उड़द दाल खाने के फायदे

दालों में उड़द का महत्वपूर्ण स्थान है | भारत में उड़द की दाल का बहुत प्रयोग किया जाता है | मुख्य रूप से दक्षिण भारत में तो प्रत्येक खाद्य सामग्री में चावल के साथ उड़द की दाल का प्रयोग किया जाता है |
उड़द की दाल दो तरह की होती है काली उड़द दाल व हरी उड़द दाल की उत्पत्ति भारत से मानी जाती है | भारत से अन्य देशों में जाने वाले भारतीयों ने इसे देश विदेश में पहुंचा दिया है|
यह दाल पचने में भारी किंतु शरीर को शक्तिप्रदान ताकत बढ़ाने वाली होती है | यह रक्त ,मांस ,चर्बी , वीर्य ,हड्डी को पुष्ट करती है | तथा स्त्रियों के स्तनों में दुग्धवृद्धि करती है | उड़द दाल मलमूत्र को बाहर निकालने में सहायक करती है | कमजोर पाचन शक्ति वालों को इसका प्रयोग नहीं करना चाहिए |
उड़द दाल के घरेलू उपाय :
दुर्बलता :
25 ग्राम भुने हुए उड़द शाम को 4:00 बजे नियमित रूप से चबाकर खाने से दुर्बलता दूर होती है |
गठिया :
एरंड की जड़ की छाल उड़द की दाल को उबाल कर काढ़ा बनाकर आधा कप सुबह पीने से गठिया ठीक हो जाता है |
लकवा :
उड़द और सौंठका काढ़ा पिलाने से लाभ होता है |
गंजापन :
उड़द की दाल को उबालकर ,पीसकर सोते समय सिर पर लेप करने से कुछ ही दिनों में नए बाल उगने लगते हैं |
मधुमेह :
उड़द की दाल और करेले की सब्जी एक साथ खाने से मधुमेह रोग में लाभ होता है |
उदर विकार :
उड़द के आटे की रोटी एक तरफ से सेंककर ,कच्ची तरफ तिल का तेल लगाकर पेट पर बांधने से अपच ,पेट दर्द ,अफरा व बाय आदि में लाभ होता है |
कुष्ठ रोग :
ताजा उड़द पीसकर सफेद कोढ़ पर लगाने से रोक बढ़ता नहीं है |
फोड़ा :
उड़द की पुल्टिस बांधने से फ़ोड़ा ठीक हो जाता है |
सिरदर्द :
उड़द की पीठी का माथे पर लेप करने से सिर दर्द ठीक हो जाता है |
संभोग शक्ति :
उड़द की छिलके वाली दाल की गाय के घी के साथ खाने से सेक्स पॉवर बढती है |
वीर्य वृध्दि :
उड़द की दाल पीसकर दही मिलाकर तेल में बड़े बनाकर खाने से वीर्य की वृद्धि होती है |