आज हम पेट का अल्सर के घरेलू उपाय जानेंगे | जब हम मानसिक तणाव मे या चिंताग्रस्त होते है तो देजाबी मादा ज्यादा मात्रा मे निकलता है ,जो हमारे पेट और आंतों के बीच वाली कोमल झिल्ली को जला देता है | धीरे-धीरे अंदर वाली झिल्ली मे घाव हो जाते है | जब घाव पेट मे हो तो उसे ‘गैस्ट्रीक अल्सर ‘ कहा जाता है |
पेट का अल्सर क्या होता है ?

- पेट के अल्सर को पेप्टिक अल्सर और गैस्ट्रिक अल्सर के नाम से भी जाना जाता हैं, अल्सर एक तरह से हमारे पेट के भीतरी परत में संक्रमित घाव के रूप में होते हैं |
- कई बार पेट के बाहरी हिस्से में भी यह अल्सर संक्रमित हो सकता है, इसलिए पेट में अल्सर होने पर निगाह रखना काफी ज्यादा जरूरी है |
- पेट के अल्सर का दर्द आमतौर पर पेट के ऊपरी मध्य भाग में तेज होता है, कई बार यह दर्द नाभि के ऊपर और नाभि के नीचे पाया जाता है |
- अल्सर से छुटकारा पाते समय हमें कई बार ट्रीटमेंट भी लेनी पड़ती है, लेकिन अल्सर के घरेलू उपाय इस्तेमाल करके अगर यह अल्सर आप भगा सकते हो तो काफी अच्छा है |
पेट में अल्सर के लक्षण :

इसके एक नही कारण है |
- कुछ खास तरह की अंग्रेस दवाईया एस्प्रिन या तेज दर्द निवारक खाने से अंदर वाली झिल्ली की सहनशक्ती खत्म हो जाती है |
- जो लोग किसी कारणवश खून की कमी (अनिमिया ) का शिकार हो जाते है ,उन्हें तेजाबी मादा ज्यादा हो जाता है | यही तत्व अल्सर पैदा करते है |
- आँत में पेट की सुजन से अंदर की झिल्ली नष्ट हो जाती है |
- ज्यादा शराब ,सिगरेट पिने ,तथा मसालेदार भोजन एव असमय खाना खाने से यह बिमारी ज्यादा बढती है ,पेट में जल्दी घाव बढते है
- कई बार दर्द अल्सर के स्थान से शुरू होकर पीछे गरदन की तरफ जाता है |
तेज दर्द से मरीज का दिल घबरता है और उबकाई हो जाती है | - आँत की सूजन में पेट फूला-फूला रहता है ,हाथ से पेट दाबाने से हलका दर्द होता है |
- कभी दर्द खाना खाने के आधे घंटे बाद होता है | दर्द सदा नाभि के इर्द-गिर्द ही रहता है | धीरे धीरे स्वतः कम हो जाता है |
गैस्ट्रिक अल्सर क्या होता है ?

- गैस्ट्रिक अल्सर में एक तरह का घाव जो पेट के भीतरी हिस्से की परत में और भोजन के नली में होता है |
- गैस्ट्रिक अल्सर जिस इंसान को होता है उस इंसान को पेट में तो दर्द होता ही है, लेकिन पेट के नाभि में भी दर्द होता है |
- गैस्ट्रिक अल्सर होने पर हमें अन्य बीमारियों का भी सामना करना पड़ सकता है, कई बार गैस्ट्रिक अल्सर होने पर पेट में सूजन आ जाती है तथा पेट से अम्ल क्षरण होता है |
- जिन लोगों को गैस्ट्रिक अल्सर होता है वह लोग कई बार खाना खाना भी छोड़ देते हैं, क्योंकि गैस्ट्रिक अल्सर पेट के भीतरी और पेट के निचले हिस्से पर भी होता है जिससे इसका गलत परिणाम पाचनतंत्र पर होता है |
पेट में अल्सर हुआ है कैसे जाने ?

- खाना खाते समय जब हमें पेट के ऊपरी मध्य भाग में और छाती के नीचे दर्द होता है तब हमने समझ जाना है, कि हमें पेट में अल्सर हुआ है |
- कभी-कभी अगर पेट में दर्द होता है तो यह अल्सर नहीं है, लेकिन हर वक्त अगर पेट में प्रभावी तरीके से दर्द होता है, तो यह जरूर अल्सर के लक्षण होते हैं |
- अल्सर होने पर जी मचलना, उल्टी आना, भूख न लगना, वजन कम होते रहना, इन समस्याओं का सामना हमें करना पड़ता है |
- अल्सर होने से पहले हमें उल्टी के साथ खून बाहर आना या कॉफी की तरह काला पदार्थ बाहर आना ऐसे कुछ लक्षण दिखाई देते हैं |
अल्सर को जड़ से खत्म करने के उपाय:

एव सावधानी : निम्म पेट में अल्सर का इलाज काम में लाएँ-
- सबसे पहिले बात तो यह कि रोग का इलाज नही है ,इसे सफलता पूर्वक ठीक किया सकता है |अपनी दिनचर्या तथा खान-पान में बदलाव करना जरुरी है |
- समय पर सोए तथा सुबह सुर्योदोय से पहले जागे |
- पानी अधिकाधिक मात्रा में पिया करे ,फलो का रस ,मट्टा आदी का सेवन लाभदायी होता है |
- अल्सर में यदि रक्तस्राव हो रहा हो तो पहले रक्त का आना बंद करे ,यानी डॉक्टर को दिखाए |
- तेज मसालेदार ,चटक नमक-मिर्च तथा तले खाद्य पदार्थो को सेवन बंद करे |
- भोजन में कच्ची सब्जिया लौकी , टमाटर ,मुली ,गाजर तथा फलो में अमरुद ,पपीता ,अंजीर का सेवन फायदा करता है |
- शराब तथा धुम्रपान बिलकुल छोड दे|
- डॉक्टर की सलाह की बिना कोई भी गोली टेबलेट कैप्सूल न खाए |
पेट में अल्सर होने के बाद क्या नहीं खाना चाहिए ?

- अल्सर होने के बाद आपने ज्यादा मसालेदार चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए, जिन लोगों को मसालेदार चीजों का सेवन करने की आदत है उन लोगों ने अल्सर होने के बाद इन चीजों को अपने जिंदगी से निकाल देना चाहिए |
- अगर आप किडनी या फेफड़ों के दर्द से ग्रस्त हो तो अल्सर की समस्या और भी बढ़ सकती है, इसलिए अल्सर होने के बाद ऐसे ही चीजों का सेवन करें जो इन चीजों का सेवन करने से आपको किसी प्रकार का दर्द नहीं होगा और पाचनतंत्र को भी किसी प्रकार की परेशानी नहीं आएगी |
- अल्सर होने के बाद आपने खून की जांच और यूरिया ब्रेथ टेस्ट कर लेना चाहिए जिससे आसानी से निदान हो जाएगा कि आपको किस प्रकार का अल्सर है |
पेट में अल्सर होने से कैसे बचा जा सकता है ?

- पेट में अल्सर होने पर सबसे पहले आपने खून की जांच करवाना चाहिए, कई बार ट्रिपल थेरेपी का इस्तेमाल करने से भी पेट में अल्सर का इलाज हो सकता है |
- पेट के अल्सर को लेकर अगर आप डॉक्टर से ट्रीटमेंट ले रहे हो तो इन दिनों में आपने ऐसी चीजों का सेवन करना चाहिए जिससे आपके पेट पर किसी प्रकार का दबाव नहीं आएगा और आपके पाचन तंत्र को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी |
- पेट में अल्सर होने पर आपने उबला हुआ पानी नहीं पीना चाहिए और ठंडा पानी भी नहीं पीना चाहिए | इन दिनों में आपने मीडियम पानी का सेवन करना चाहिए और अपने भोजन में कच्ची सब्जी और अंकुरित अनाज को खाना चाहिए |
- इन दिनों में शराब, चाय, कॉफी, मसालेदार चीजें, तले हुए चीजें,तेल युक्त भोजन, दही, दूध, मिठाई, रिफाइंड शुगर, इन चीजों को बिल्कुल ना खाएं |