तुलसी के फायदे बीज के गुण

तुलसी का पौधे को महत्वपूर्ण माना जाता है | तुलसी का महत्व पौरानिक काल से चला आ रहा है | इसके पत्ते पूजा-अर्चना में भी काम आते है| तुलसी को इंग्लिश में holi basil कहते है और मराठी में तुळस व तुळशी कहते है|
यह वातावरण को शुद्ध रखता है | कहते है की जिस आँगन में तुलसी का पौधा होता है वहा सर्प, किट-पतंगे नही आते है | तुलसी के आसपास की मिटटी भी पौधे करे समान ही पवित्र और औषधि योग्य मानी जाती है | वैसे तुलसी पांच प्रकार की होती है , लेकिन मुख्य रूप से दो प्रकार की तुलसी ही मिलती है -काली और सफेद |
तुलसी का उपयोग :
तो जानते है तुलसी के फायदे क्या है और आप तुलसी के गुण से आयुर्वेदिक इलाज करवा सकते हो –
बेहोशी :
तुलसी के पत्तो का रस में नमक मिलाकर २-4 बूंद नाक में टपकाने से बेहोशी में लाभ होता है |
दस्त :
तुलसी के पंचांग काढ़ा पीने से दस्तो में आराम मिलता है |
गले का दर्द :
तुलसी का रस में शहद मिलाकर चाटने से गले के दर्द में लाभ होता है |
चेहरे पर निखार :
काली तुलसी के पत्ते चबाकर खाने से चेहरे पर निखार आता है |
सफेद दाग :
काली तुलसी के पत्ते रगड़ने से से सफेद दाग ठीक हो जाते है |
घाव में कीड़े :
तुलसी के पत्ते का रस घाव पर लगाने से घाव के कीड़े मर जाते है |
नकसीर :
तुलसी के ताजे मंजीर बार-बार सूंघने से नकसीर ठीक हो जाता है |
खाँसी :
तुलसी के पत्ते के रस में शहद मिलाकर चाटने से सुखी और कफ वाली खाँसी ठीक होती है |
फोड़ :
तुलसी के ताजे पत्ते पीसकर फोड़ पर बांधने से लाभ होता है |
झाई :
तुलसी के पत्ते का रस और नींबू का रस मिलाकर चेहरे पर लगाने से चेहरे के दाग-धब्बे व झाईया दूर होते है |
पेट दर्द :
तुलसी और अदरक का रस १-१ चम्मच मिलाकर दिन में 3 बार पीने से पेटदर्द ठीक हो जाता है |
प्रदर रोग :
तुलसी के रस में जीरा पीसकर दूध के साथ सेवन करने से प्रदर रोग ठीक होता है |
सिरदर्द :
गर्मी में होने वाली सिरदर्द में तुलसी के पत्तों का रस , कपूर व चंदन पत्थर पर घिसकर माथे पर लेप लगाने से सिरदर्द दूर होता है |
बच्चो के रोग :
तुलसी के पत्ते का रस माँ के दूध के साथ चाटने से बच्चों के दस्त , ज्वर , दूध उलटना आदि रोग दूर हो जाते है |
जुकाम :
तुलसी के पत्तो का रस पीने से जुकाम मिटता है |
हिचकी :
छोटे बच्चो को हिचकी आने पर तुलसी के पत्ते की बिंदी माथे पर लगाने से हिचकी रुक जाती है |