आज इस लेख के माध्यम से बहुत ही महत्वपूर्ण जानकारी देने वाले हैं कि यदि बच्चा रो रहा है Baccha Ro raha hai, तो उस baby ko shant kaise kare ? छोटे बच्चे किसी भी समय रोने लग जाते हैं, चाहे दिन हो या रात | यदि बच्चा ज्यादा रोता है, तो वह उसके सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है, इसके लिए बच्चे को तुरंत शांत करना बहुत जरूरी होता है।
छोटे बच्चे बोल नहीं सकते इसके लिए यदि उनको कुछ भी चाहिए होता है या फिर भूख लगती है, या फिर कुछ दर्द होता है या तकलीफ होती है, तो वह रोने लगते हैं और उनकी तकलीफ या फिर उनको क्या चाहिए वह क्यों रो रहे हैं यह समझना बहुत मुश्किल होता है।

यदि बच्चे ज्यादा रोने लगे तो उनको जल्द से जल्द शांत करना आना चाहिए , क्योंकि इससे उनके दिमाग पर असर पड़ता है और उनके दिमाग की नसें फटने की भी संभावना होती है। Chote baby ko Shant कराने के लिए पहले यह जानना जरूरी है, कि baby kyo rota hai यदि आपको इस चीज का पता ना चले तो बच्चे का किसी और चीज की तरफ ध्यान लगाए उसे खिलौना दे। या फिर उसे गाना सुनाएं लोरी सुनाए। उसके सर पर हाथ फिराया उसको थोड़ा इधर-उधर घूमाए और उसको अपनी बाहों में लेकर सिलाई।
छोटे बच्चे क्यों रोते हैं ? Chote Bacche Kyo Rote hai ?
जब पहली बार मां – बाप बनते हैं, तो बच्चों को समझना बहुत मुश्किल हो जाता है, क्योंकि उनको उसका अनुभव नहीं होता है और बच्चा रोए जाए तो हम को समझ में नहीं आता है, कि उस बेबी को शांत कैसे करें और बच्चा क्यों रो रहा है? यदि बच्चा रोता है तो इसके कई सारे कारण होते हैं, जैसे कि बच्चे को भूख लगी होती है, या फिर उसके पेट में गैस होने की वजह से, या फिर उसकी तबीयत ठीक नहीं है, या फिर इनको कोई चीज चुभ रही है।
पहले शुरुआती कुछ महीने मे बच्चे पर्यावरण को जानने की कोशिश करते हैं और उनको वातावरण और बदलते मौसम से तकलीफ़ हो सकती है। उसी के साथ साथ बच्चे अगर पेशाब कर देते हैं, तो भी बच्चे रोने लगते हैं, क्योंकि वह मुंह से तो बोल नहीं पाते हैं कि उनको क्या तकलीफ़ है। इसके लिए बच्चा रो रहा है तो उसकी तकलीफ़ जानने की कोशिश करिए और उसे सेहलाकर उसका किसी और चीज में ध्यान लगाने की कोशिश करें।
बच्चों को रोने क्यों नहीं देना चाहिए ? Bacche ko rone kyo nahi dena chahiye ?
बच्चे को रोने नहीं देना चाहिए, क्योंकि यदि बच्चा ज्यादा रोए तो उसका सीधा असर उनके दिमाग पर हो सकता है और शुरुआती कुछ महीने में बच्चे ज्यादा आवाज और रोशनी को बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं। यदि बच्चा लगातार होते रहेगा तो bacche ki dimag ki nas फटने की भी संभावना रहती है और बच्चा बीमार भी हो सकता है।
बच्चा क्यों रो रहा है जानने का प्रयास करें | Bacche ka Rone ka karan :
आपका बच्चा बहुत ज्यादा रोता है, तो बच्चे की रोने का कारण जानने का प्रयास करें। बेबी रोने के कारण कई सारे हो सकते है, जैसे की –
- ज्यादातर बच्चे पेट में गैस होने से या फिर भूख लगने से रोते हैं, तो बच्चे को समय पर फिड करें।
- शिशु को सही समय पर दूध पिलाना बहुत जरूरी है, क्योंकि बच्चे बोल नहीं पाते हैं। यदि उनको भूख लगे तो वह तुरंत रोने लग जाते हैं।
- छोटा बच्चा अपने मां-बाप के तुरंत पहचान लेता है, अगर बच्चा रो रहा है तो तुरंत अपने बच्चे को गोदी में लेकर उसको सैलाना चाहिए |
- बच्चा एक ही जगह पर सोते हुए बोर हो जाता है, तो उसको थोड़ा बाहरी हवा में ले जाना चाहिए। उससे बातें करनी चाहिए, क्योंकि छोटे बच्चों को यह सब बहुत पसंद होता है।
- कभी-कभी अगर बच्चे को अंदरूनी चोट लग जाती है या फिर कोई चीज उनको चुभती है, तो वह तुरंत रोने लग जाते हैं, तो वह जानने का प्रयास करें और बच्चे को शांत करें।
अगर आपका बच्चा बहुत ज्यादा रो रहा है और किसी भी तरह से शांत नहीं हो रहा है, तो तुरंत आपको डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए, क्योंकि किसी बीमारी की वजह से भी बच्चे को शारीरिक तकलीफ हो सकती है इसके लिए बच्चा रोता है।
बच्चा रोने के बाद उसे तुरंत शांत करने के लिए क्या करें ?
छोटा बच्चा अगर रो रहा है, तो उसको तुरंत शांत कराने के लिए कई सारे तरीके है, जैसे कि पहले बच्चा क्यों रो रहा है यह जानने की कोशिश करें। समय पर बच्चे को ब्रैस्ट फीडिंग करे । बच्चे की समय पर मालिश करें और बच्चे को प्यार से सहलाये।
लोरि या गाना सुनाए | Bacche ko Lori Sunaye
बच्चा अगर बहुत ज्यादा रो रहा है और रात के समय उठ कर जोर से रो रहा है, तो बच्चे को लोरी या फिर गाना सुनना चाहिए और बच्चे को अपने कांधे पर लेकर उसके सर पर हाथ फेरना चाहिए और उसे हल्के हाथों से थपकीया देनी चाहिए।
उसके सर पर हल्के हाथों से सेहलाना चलाना चाहिए | Bacche ke sar par sahlaye
बच्चा जब नवजात होता है, तो वह अपने माता-पिता को पहचान लेता है और उनके साथ रहना पसंद करता है और यदि वह उनको नहीं देखता है, तो तुरंत रोने लग जाता है। इसके लिए बच्चे के माता-पिता को बच्चे को हल्के हाथों से सेहलाना चाहिए।
डायपर को समय से बदलना चाहिए | Baby ka Diaper samay par badle
अधिकतर बच्चे डायपर गीले होने की वजह से तुरंत रोने लग जाते हैं। इसके लिए समय पर बच्चे का डाइपर बदलना बहुत जरूरी है।
जब बच्चे के दांत आने लगते हैं | Baby Ke Teeth Aane par Dard
जब बच्चे के दांत आने लगती है, तो बच्चे के मसूड़ों में बहुत दर्द होता है और उसकी वजह से बच्चे रोते हैं, तो इसके लिए आपको बच्चे का ध्यान भटका ना चाहिए और यदि बच्चा ज्यादा रोए तो डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
किसी चीज की तरफ उसका ध्यान लगाओ | Baby ka Dhyan Kisi aur lagaye
अगर बच्चा किसी कारणवश रोता है और सब प्रयास करने के बाद भी बच्चा अगर शांत ना हो या फिर आपको पता ना चले कि किस कारण से बच्चा रो रहा है, तो बच्चे को ज्यादा समय तक रोने नहीं देना चाहिए, क्योंकि इसका असर उनके शरीर पर पड़ता है और वह बीमार भी हो सकते हैं और यदि बच्चा ज्यादा रोए तो इसका असर उनके दिमाग पर हो सकता है।
इसके लिए बच्चे का ध्यान तुरंत किसी और जगह पर लगाएं या फिर उसको खिलौना दे, या फिर गाना सुनाएं, या फिर लोरी गाए। जिससे कि बच्चा शांत हो जाए या फिर उसे थोड़ा बाहर ले जाए और बाहर की हवा में उसे थोड़ा सेहलाए और उसके साथ बातें करें।