पुदीना खाने के फायदे

नमस्ते दोस्तों, कैसे हो आप? आज का हमारा विषय है, पुदीना खाने के फायदे. दोस्तों, हमारे भारतीय खादय संस्कृति में बहुत ही अलग-अलग प्रकार के व्यंजन होते हैं। इन व्यंजनों को बनाने के लिए अलग-अलग तरह की सब्जियो का इस्तेमाल किया जाता है इसी के साथ साथ कुछ चटपटी चीजें भी होती हैं; जिनको खाने से हमारा पेट तो भर जाता है, लेकिन मन कभी भी नहीं भरता है। जैसे; पानी पुरी, सेव पुरी, चाट, समोसा, कचोरी आदि! इन सब चीजों का स्वाद बढाने के लिए चटनी का बहुत अहम रोल होता है। इस चटनी में सबसे महत्वपूर्ण होता है, पुदीना। तो दोस्तों, आज हम बात करने वाले हैं पुदीना खाने के फायदों के बारे में। 

पुदीना एक ऐसी चीज है, जो लगभग हर व्यंजन का स्वाद बढ़ाने के लिए में इस्तेमाल की जाती है। पुदीने की चटनी के बिना हम चाट, समोसा, कचोरी इनके बारे में सोच ही नहीं सकते हैं! पुदीना ना सिर्फ स्वाद को बढ़ाता है, बल्कि हमारी सेहत को स्वस्थ रखने में भी काफी उपयोगी साबित होता है। पुदीना उसकी खास टेस्ट की वजह से ज्यादा जाना जाता है। इसी के साथ, बाजारों में मिलने वाले अलग-अलग तरह के माउथ फ्रेशनर्स बनाने में भी पुदीने खासतौर पर इस्तेमाल किया जाता है। पुदीने के स्वास्थ्यवर्धक गुणों की वजह से आयुर्वेद में इसे खास स्थान मिला है और अलग-अलग प्रकार के विकारों के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जाता है।

पुदीना खाने के फायदे

बहुत कम लोगों को यह जानकारी होगी, कि पुदीना एक आयुर्वेदिक जड़ी बूटी के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है।  आयुर्वेद के अनुसार, पुदीना कफ और वात दोष को कम करने के साथ-साथ भूख भी बढ़ाता है। मल मूत्र संबंधित समस्याओं के लिए भी पुदीने का इस्तेमाल किया जाता है। पेट संबंधित समस्याएं; जैसे कब्ज, एसिडिटी आदि के लिए भी इसका इस्तेमाल प्रभावित होता है। तो आइए दोस्तों, जानते हैं पुदीना खाने के फायदों के बारे में।

१) अपच

अक्सर लोगों को गलत खानपान की पद्धति की वजह से अपचन की समस्या हो जाती है। इसके लिए पुदीना, नींबू तथा अदरक के १००-१०० ग्राम रस को अच्छे से मिला ले और उसमें दोगुना याने २०० ग्राम खांड मिलाकर इस मिश्रण को चांदी के बर्तन में पका लें। इस काढ़ा के लगभग २०मिली का सेवन करें। इससे आपकी अपच की समस्या दूर हो जाती हैं। छाछ में पुदीना और सेंधा नमक डालकर पीने से भी अपच तथा पेट की अन्य समस्याओं से राहत मिलती हैं।

२) माहवारी का दर्द

महिलाओं को अक्सर माहवारी के दौरान पेट में दर्द तथा ऐठन महसूस होती है। इसकी वजह होती है बढ़ा हुआ वात दोष। माहवारी के दौरान पुदीने का सेवन करने से आपके पेट में हो रहा दर्द और ऐठन से आपको छुटकारा मिलता है। पुदीने में वातशमक तत्व पाए जाते हैं। इसीलिए, महावारी के दौरान पुदीने का इस्तेमाल काफी प्रभावि होता है।

३) त्वचा के विकार

त्वचा संबंधित विकारों के लिए भी पुदीने का इस्तेमाल किया जाता है। त्वचा पर रेडनेस, रैशेज, मुहासे तथा किसी प्रकार का घाव होने पर काले धब्बे पड़ जाते हैं। इनको दूर करने के लिए पुदीने के पत्तों का रस निकाल लें और प्रभावित हिस्से पर लगाएं। इससे दाग धब्बे के निशान मिट जाते है और त्वचा में रंगत आती है।

४) अस्थमा

अस्थमा के मरीज को बहुत सी तकलीफों का सामना करना पड़ता है। जैसे; छाती में बलगम जमा होना, फेफड़ों में संक्रमण होना आदि। पुदीना वात कफ शामक गुणों से भरपूर होता है; इसीलिए अस्थमा के मरीजों के लिए यह फायदेमंद साबित होता है। पुदीना गर्म तासीर वाला होता है और अस्थमा के मरीजों के फेफड़ों में जमा हुए बलगम को पिघलाकर बाहर निकालने में यह प्रभावी होता है।

५) मूत्रविकार

अगर पेशाब करते समय आपको दर्द तथा जलन होती है, तो आप पुदीने का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए आपको २५०ग्राम पुदीना के पत्ते और २५०ग्राम कालीमिर्च लेनी है और उन्हें पीस लेना है। इसे छानकर उसमें मिश्री मिलाकर पुदीना की चाय की तरह पी लें। इससे आपको मूत्र विकारों से राहत मिल सकती है।

६) उल्टी

एसिडिटी होने से या किसी अन्य दवाई की वजह से आपको उल्टी होने लगती हैं। इस समस्या से निजात पाने के लिए पुदीने के पत्तों का काढ़ा बना लें। लगभग १०-१५ मिली मात्रा में इसका सेवन करने से उल्टी थम जाती है।

७) दातों की समस्या

आजकल छोटे बच्चे से लेकर बड़े लोगों को दांतों की समस्या होती रहती हैं। दांतों में हो रहे दर्द, मसूड़ों में आई सूजन की वजह से काफी तकलीफ महसूस होती है। पुदीने के पत्तों को पीसकर उसका चूर्ण बना ले। उस चूर्ण से अपने दांतो को मांजने से दातों का दर्द तथा मसूड़ों की सूजन कम हो जाती है। इसी के साथ-साथ, आपके मुंह से आने वाली बदबू भी कम हो जाती हैं।

पुदीना खाने के नुकसान

वैसे तो, पुदीना खाने के नुकसान बहुत ही कम देखने को मिलते हैं। लेकिन, इसका अधिक सेवन करने से कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

  1. कई लोगों को पुदीना खाने से एलर्जी भी हो सकती है।
  2. पुदीना में मौजूद आवश्यक तेल अधिक मात्रा में खाने से उल्टी तथा दस्त की समस्याएं हो सकती हैं।
  3. गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को पुदीने का सेवन नहीं करना चाहिए इसे गर्भाशय को क्षति पहुंच सकती है
  4. स्तनपान कराने वाली महिलाओं को पुदीने का सेवन कम मात्रा में करना चाहिए या करना ही नहीं चाहिए। हालांकि, इस बात पर अभी अध्ययन हो रहा है। इसीलिए, पुदीने का सेवन करने से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।
  5. पुदीने का अधिक मात्रा में सेवन करने से कई लोगों को आंत के विकार और किडनी के विकार हो सकते हैं। इसी के साथ, सेक्स करने की इच्छा में भी कमी आ सकती है।

दोस्तों, अपने चटकीले स्वाद से पहचाने जाने वाला पुदीना सेहत के लिए बहुत ही स्वास्थ्यवर्धक और गुणकारी होता है। लेकिन, इसका सेवन उचित मात्रा में करना चाहिए; वरना उसका खामियाजा आपको भुगतना पड़ सकता है। तो दोस्तों, आज के लिए बस इतना ही। उम्मीद है, आपको आजका यह ब्लॉग अच्छा लगा हो और काफी इंफॉर्मेशन दे गया हो। धन्यवाद।

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