पुदीना benefits of mint leaves Hindi

आज हम पुदीना के गुण पुदीना की चटनी खाने के फायदे बताएँगे, पुदीने को इंग्लिश में mint Leaves कहते है |

पुदीना के गुण

पुदीना के गुण
पुदीना के गुण

हर सुंगधित पत्तियों वाले पुदीने से कोन परिचित नही है | गर्मी का मौसम शुरू होते ही पुदीने की बहार आ जाती है | पुदीने में विटामिन ए , बी , सी , डी और ई के अतिरिक्त आयरन , फास्फोरस और केल्सियम भी प्रचुर मात्रा में पाए जाते है |

गर्मी में पुदीना का उपयोग बहुत लाभकारी होता है | पुदीना पाचक होने के साथ-साथ गर्मियों में ताप से बाचाव करता है | पुदीने के पत्तो का रस और तेल काम में लिया जाता है | इसकी तासीर ठंडी होती है |

पुदीना उदर रोगों के लिए लाभकारी औषधि है | यह जुकाम , खाँसी , दमा , अर्जिर्ण , अफारा , अतिसार , हैजा तथा कृमि का नाश करता है | पुदीने के पत्ते खुशबूदार तथा सुगंधित होते है |

पुदीना के गुण घरेलु उपाय :

  • वायु पीड़ा कम करने के लिए :
    १ चम्मच पुदीने का रस , २ चम्मच शहद , नींबू का रस , एक चम्मच मिलाकर पीने से पेट की गैस तथा वायु पीड़ा दूर हो जाती है |
  • पित्त रोग का उपाय :
    १० ग्राम पुदीना तथा २० ग्राम लाल शक्कर पानी में उबालकर पीने से पत्ते रोग दूर हो जाता है |
  • दाग धब्बे का इलाज :
    पुदीने की पत्तियों को पीसकर चेहरे पर लेप लगाने से मुंहासे तथा दाग-धब्बे दूर होते है |
  • बलगम :
    अंजीर के साथ पुदीने के पत्ते खाने से सिने में जमा हुआ बलगम साफ़ हो जाता है |
  • सर्दी – जुकाम का इलाज :
    पुदीने की पत्तियों पानी में उबालकर उसकी भाप लेने से सर्दी-जुकाम ठीक हो जाता है |
  • हैजा-दस्त से छुटकारा :
    पुदीने के पत्तो का रस पिलाने से हैजा , दस्त तथा उल्टी में शीघ्र लाभ होता है |
  • मूत्र रोग का इलाज :
    मूत्र की बिमारीयों में पुदीने का सेवन लाभकारी होता है |
  • हिचकी बंद करने के लिए  :
    अंजीर के साथ पुदीना के पत्ते खाने से हिचकी बंद होती है |
  • हैजा का इलाज :
    पुदीने का अर्क कपूर के साथ सेवन करने से लाभ होता है |
  • घाव ठीक करने के लिए:
    पुदीने की लुगदी बनाकर घाव पर लगाने से घाव ठीक हो जाता है |
  • भूक खुलना :
    पुदीने की चटनी का हररोज सेवन करने से भूक खुलकर लग जाती है |
  • नकसीर का इलाज :
    नकसीर आने पर ठंडे पानी में पुदीने का अर्क डालकर पीने से नकसीर बंद हो जाती है |

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