नमस्ते दोस्तों, कैसे हो आप? मानवी शरीर में ऐसे कई प्रकार के अवयव या अंग होते हैं, जिनसे शारीरिक कार्य प्रणाली को कम करने में योगदान मिलता है। इन्हीं अंगो में से एक होती हैं ग्रंथियां। शरीर में प्रोस्टेट ग्रंथि को “पौरुष ग्रंथि” के नाम से भी जाना जाता है। यह ग्रंथि द्रव तरल पदार्थ का उत्पादन करती हैं, जिससे स्खलन के दौरान शुक्राणुओं को ले जाता है। इस ग्रंथि का बढ़ना मतलब यह ग्रंथि अधिक विकसित हो जाती है। यह ग्रंथि मूत्रमार्ग केफ़ैलती हैं। तोह चलिए जानने की कोशिश करते है प्रोस्टेट बढ़ने के कारण।
लगभग बढ़ती उम्र के साथ हर पुरुष की प्रोस्टेट ग्रंथि का आकार बढ़ने लगता है। इस ग्रंथि के बढ़ने के कारण पुरुषों में काफी दिक्कतें पैदा हो सकती हैं। इस ग्रंथि का अधिक विकास होने पर मूत्र संबंधित समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं। एक अधिक विकसित हुए प्रोस्टेट को “सौम्य प्रोस्टेटिक हाइपरप्लाशिया” (BPH) कहा जाता है। तो दोस्तों, आज जानेंगे प्रोस्टेट ग्रंथि बढ़ने के कारण, लक्षण तथा उसके ऊपर किए जाने वाले उपचार।
प्रोस्टेट बढ़ने के कारण
उम्र बढ़ने के साथ लगभग ७० आयु वर्ष के बाद वृद्ध पुरुषों में बीपीएच सिंड्रोम हो जाता है। अधिक आयु के पुरुषों में यह समस्या काफी आम होती है। पुरुष अपने जीवनकाल में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन और कम मात्रा में एस्ट्रोजन हार्मोन का निर्माण करते हैं। उम्र बढ़ने के साथ-साथ शरीर में टेस्टोस्टेरोन का उत्पादन कम होते जाता है और एस्ट्रोजेन का अनुपात अधिक होने लगता है। एस्ट्रोजन की मात्रा बढ़ने से पौरुष ग्रंथि के कोशिकाओं में वृद्धि होने लगती हैं। वैसे तो, इस समस्या का सटीक कारण अभी तक अस्पष्ट है।
उम्र के साथ पुरुषों में हार्मोन्स की कमी होना इसका मुख्य कारण माना जाता है। जिन लोगों के वृषणों को कम उम्र में ही निकाल लिया जाता है, उनमें यह समस्या उत्पन्न हो जाती है। कुछ पुरुषों को ह्रदय संबंधित रोग, मोटापा, डायबिटीज आदि समस्याएं होती हैं; इसकी वजह से भी प्रोस्टेट बढ़ सकती हैं। अगर परिवार में किसी सदस्य को पहले यह समस्या हो चुकी हो, तो आपको भी इस समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
प्रोस्टेट बढ़ने के लक्षण
प्रोस्टेट बढ़ने के कई लक्षण दिखाई देते हैं।
- एक दिन में सात या उससे ज्यादा बाहर पेशाब होना और पेशाब को रोक पाने में असक्षम होना।
- पेशाब शुरू करने में तकलीफ महसूस होना। इसी के साथ, मुत्रधारा कमजोर और बाधित होना।
- पेशाब का गंध और रंग असाधारण सा लगना।
- पेशाब करते समय और स्खलन के बाद दर्द महसूस होना।
- नींद में बार बार पेशाब आना।
- यूरिनरी रिटेंशन।
प्रोस्टेट बढ़ने का परीक्षण
डॉक्टर आपके लक्षणों के आधार पर आपको परीक्षण करवाने को बोलते हैं।
- ब्लड टेस्ट- ब्लड टेस्ट करवाने से किडनी संबंधित समस्याओं का पता लगाया जाता है।
- डिजिटल रेक्टल परीक्षण- इस परीक्षण में डॉक्टर मरीज के मलाशय में उंगली डालकर प्रोस्टेट ग्रंथि के आकार की जांच करते हैं।
- यूरीन टेस्ट- यूरीन टेस्ट में अन्य स्थितियों की जांच करते हैं। आपके लक्षणों के आधार पर कई अन्य परीक्षण भी किए जाते हैं।
प्रोस्टेट बढ़ने के उपचार
प्रोस्टेट बढ़ने की समस्या की गंभीरता के अनुसार उसका इलाज किया जाता है। इस समस्या का उपचार कुछ कारकों पर निर्भर होता है। जैसे; प्रोस्टेट का आकार, आपकी उम्र, आपको होने वाली तकलीफ की गंभीरता और आपका पूरा ही स्वास्थ्य।
- मेडिसिन- जिन पुरुषों में मध्यम से औसतन लक्षण दिखाई देते हैं, उनके लिए दवाइयों का इस्तेमाल करना काफी आम उपचार पद्धति है। कई बार एक दवाई से फर्क ना पड़ने पर दो दवाइयों का ड्रग कॉम्बिनेशन किया जाता है और इस समस्या का उपचार किया जाता है।
- सर्जरी- अगर आपके लक्षण मध्यम से गंभीर हो, मेडिसिन थेरेपी का आपके लक्षणों के ऊपर कुछ भी असर ना हो रहा हो, अगर आपको किडनी संबंधित समस्याएं; जैसे मूत्र मार्ग में रुकावट, ब्लैडर में स्टोन, पेशाब में खून आ रहा हो, तो ऐसी स्थिति में डॉक्टर आपको सर्जिकल थेरपी की राय देते हैं। अगर आपके मूत्रमार्ग में संक्रमण हो और आपने उसका कोई इलाज ना किया हो, मुत्रपथ की सर्जरी हुई हो, आपको कोई न्यूरोलॉजिकल विकार हो; तो ऐसी परिस्थिति में डॉक्टर आपकी सर्जरी नहीं कर सकते।
- लेजर थेरेपी- अन्य किसी उपचारों के मुकाबले लेजर थेरेपी में साइड इफेक्ट्स कम देखने को मिलते हैं। इसमें उच्च उर्जा वाली लेजर का इस्तेमाल करके बढ़े हुए प्रोस्टेट के ऊतकों को नष्ट कर दिया जाता है। लेजर थेरेपी से तुरंत ही आपको परिणाम देखना शुरु हो जाता है। जिन पुरुषों पर अन्य किसी प्रक्रियाओं का इस्तेमाल ना किया गया हो, उन पुरुषों के लिए लेजर थेरेपी किया जाता है।
प्रोस्टेट को बढ़ने से कैसे रोकें
प्रोस्टेट बढ़ने के लक्षणों को कम करने के लिए कुछ सावधानियां बरती जा सकती हैं।
- अगर आप मद्यपान, धूम्रपान और तंबाकू का सेवन करते हैं; तो इसे तुरंत बंद कर दे। शाम के समय मद्यपान करने से बार-बार पेशाब आती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि, यह सारे पदार्थ मूत्राशय के मसल्स को काफी प्रभावित करते हैं और किडनी में यूरिन का उत्पादन ज्यादा मात्रा में होता है।
- कभी-कभी कुछ पुरुषों में अधिक तनावग्रस्त होने की वजह से बार-बार पेशाब होती है। इस तनाव को कम करने के लिए आप रोजाना एक्सरसाइज, योग तथा प्राणायाम करें।
- अगर आप किसी बीमारी के लिए डॉक्टर से कुछ दवाई ले रहे हैं, तो उसके लिए डॉक्टर से चर्चा करें। क्योंकि, कुछ दवाई के साइड इफेक्ट्स होते हैं, जो इस समस्या को बढ़ावा देते हैं।

दोस्तों, उम्र के साथ प्रोस्टेट ग्रंथि बढ़ना आम बात मानी जाती हैं। लेकिन, आपको फिर भी इस पर इलाज शुरू करना चाहिए। क्योंकि, प्रोस्टेट ग्रंथि मूत्राशय के मार्ग को ज्यादा प्रभावित करती है। इससे मूत्र प्रवाह में काफी तकलीफ है पैदा होती हैं। इसीलिए, आपको किडनी संबंधित समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। इसीलिए, आप इसका वक्त पर इलाज करें। उम्मीद है, आपको आज का यह ब्लॉग प्रोस्टेट बढ़ने के कारण और उपचार अच्छा लगा हो। धन्यवाद।