निपाह वायरस की जानकारी हिंदी में
नमस्ते दोस्तों, आज हम आपको निपाह वायरस इन हिंदी के बारे में जानकारी देने वाले हे | यह वायरस सबसे पहले १९९८ में मलेशिया और सिंगापुर में पाया गया है | यह वायरस करीब-करीब ३०० लोगों को संक्रमित कर चुका है | निपाह वायरस जिन लोगों को संक्रमण करता है उनकी मौत होना लगभग तय हो जाता है |

इसलिए इस वायरस से बचाव करना सबसे ज्यादा जरूरी है | संशोधन कर्ताओं के अनुसार देखा जाए तो चमगादड़ की एक प्रजाति टेरोपस जीन्स से यह वायरस ज्यादा फैल रहा है | जो लोग चमगादड़ से संक्रमित फलो का सेवन करते हैं उन लोगों को यह वायरस ज्यादा होता है | इस वायरस के मरीज बांग्लादेश और भारत में ज्यादा से ज्यादा मिले हैं, जिसके कारण आज हम आपको निपाह वायरस के बारे में जानकारी देने वाले है |
निपाह वायरस की जानकारी हिंदी में -:
- भारत में यह वायरस चमगादड़ द्वारा पेड़ के फलों को संक्रमित करने से होता हे | क्योंकि हमारे देश में फल खाने की आदत हर किसी को होती है, फलों में यह वायरस मौजूद होने के कारण लोगों को निपाह वायरस होने लगा जिससे लोग बीमार होने लगे और लोगों की मौत होने लगी |
- अगर आपको समझता नहीं है कि यह वायरस कैसे जाना जाता है तब अब हम आपको निपाह वायरस के लक्षण बताने वाले हैं जिन लोगों को अचानक से बुखार आना, सिर दर्द होना, मांस पेशियों में तेज दर्द होना, अचानक से उल्टी आना,, सांस लेने में तकलीफ होना, ऐसी समस्या आती है उन लोगों ने समझ जाना है कि आपको निपाह वायरस ने घेर लिया है | इस वायरस का इलाज अगर आप जल्द से जल्द नहीं करोगे तो २४ से ४८ घंटों में आप कोमा में चले जाओगे |
- देखा जाए तो इस संक्रमण के लिए कोई दवाई या इंसुलिन उपलब्ध नहीं है | चमगादड़ इस रोग का सबसे मुख्य कारण है | इसलिए चमगादड़ वाले इलाकों में जाने से बचें, कई बार यह वायरस सूअरों से संपर्क में रहने से भी होता है | इसलिए घर में सूअरों को ना पाले, नहीं तो यह वायरस होने की संभावना बढ़ जाती है | इस वायरस की शक्ति इतनी ज्यादा है कि आपकी मौत होना लगभग तय हो जाता है |
- यह वायरस केरल में सबसे ज्यादा पाया गया है | इसलिए केरल को घूमने जाने से पहले किसी एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें या केरल से जो भी फल या खाने की चीजें एक्सपोर्ट होती है उन्हें ना खाएं | अगर आपको केले, नारियल, खजूर खाने की आदत है तो इन चीजों को खाने से पहले जांच जरूर कर लें नहीं तो आपको निपाह वायरस हो सकता हे |
यह थी निपाह वायरस इन हिंदी के बारे में जानकारी |