नमस्ते दोस्तों, कैसे हो आप? आज हम बात करनेवाले हैं नाखून में होनेवाले फंगल इन्फेक्शन के बारे में। वैसे तो, फंगल इन्फेक्शन शरीर के किसी भी हिस्से पर होता है। फंगल इंफेक्शन एक बार हो जाए, तो वह जल्दी से नहीं जाता है। इसलिए, फंगल इन्फेक्शन चाहे शरीर के किसी भी हिस्से पर हो, तुरंत उसका इलाज करना चाहिए। नाखूनों में फंगल इन्फेक्शन आजकल काफी आम बात हो गई है। नाखून ना कि हमारे हाथों पैरों की सुंदरता बढ़ाते हैं, बल्कि हमारे स्वास्थ्य का दर्पण भी होते हैं। नाखून शरीर की कई गंभीर बीमारियों का संकेत भी देते हैं। तोह चलिए जानते है कुछ नाखून में फंगल इंफेक्शन के घरेलू उपाय।
शरीर में हुई कुछ गड़बड़ी के कारण नाखून पीले होना, नाखून का ड्राई होना, नाखूनों में दरारे पड़ना, आदि समस्याएं उत्पन्न होती है। नाखूनों में “मोल्ड्स” नामक फंगस की वजह से इंफेक्शन हो सकता है। नाखूनों में फंगल इन्फेक्शन एक आम संक्रमण है, जो हाथों और पैरों की उंगलियां तथा अंगूठे में आता है। यह इंफेक्शन उंगलियों के नाखून से ज्यादा अंगुठो के नाखूनों पर देखने को मिलता है। इस इन्फेक्शन को “ऑनिओमाइकॉसिस” कहते हैं। यह संक्रमण नाखूनों में काफी धीरे धीरे फैलता है। जैसे ही इसके लक्षण दिखने शुरू हो जाए, आप तुरंत डॉक्टर की सलाह लें। इसी के साथ, आप कुछ घरेलू उपाय भी अपना सकते हैं। तो दोस्तों, आज हम बात करेंगे नाखूनों में फंगल इन्फेक्शन के कारण, लक्षण तथा कुछ घरेलू नुस्खों के बारे में।
नाखून में फंगल इंफेक्शन के कारण
नाखूनों में होनेवाला फंगल इन्फेक्शन अलग-अलग फंगस के कारण होता है। यह फंगस और यीस्ट वातावरण में मौजूद होती है। यह फंगस नाखूनों के आसपास होनेवाली दरारों से नाखूनो तक पहुंचती है और संक्रमण का कारण बनती है।
फंगल इंफेक्शन किसी भी व्यक्ति को किसी भी आयु में हो सकता है। लेकिन, वयस्क वृद्ध लोगों में यह ज्यादा देखने को मिलता है; क्योंकि उनकी इम्यूनिटी कमजोर होती है। इसी के साथ, नाखूनों पर चोट लगना, नाखूनों की सर्जरी, डायबिटीज के मरीज, कमजोर इम्युनिटी होना और रक्त संचार में बाधा होनेवाले मरीजों को आमतौर पर यह फंगल इंफेक्शन होता है।
नाखून में फंगल इंफेक्शन के लक्षण
नाखूनों में फंगल इन्फेक्शन होने के बाद कई लक्षण उभर कर आते हैं।
- नाखूनों का ढीला होना या ऊपर की तरफ उठना।
- नाखूनों के प्राकृतिक आकार में बदलाव आना।
- नाखूनों का मोटा होना और नाखूनों का कड़क होना।
- नाखूनों में दरारे पडना और किनारे से नाखून टूटना।
- नाखूनों के रंग में बदलाव आना। जैसे, नाखूनों का पीला, भुरा या सफेद होना।
- नाखूनों की कुदरती चमक खोना।
नाखूनों में फंगल इंफेक्शन के लिए घरेलू इलाज
नाखूनों में फंगल इंफेक्शन होने के कारण और उसके लक्षण देखने के बाद, अब हम जानेंगे उसके ऊपर कुछ घरेलू उपाय।
- विनेगर- विनेगर में एंटीमाइक्रोबॉयल तत्व पाए जाते हैं, इसके लिए विनेगर का इस्तेमाल नाखूनों पर फंगल इंफेक्शन के लिए कर सकते हैं। एक टब में ३-४ गिलास पानी लें और उसमें आधा कप विनेगर डाल ले। अब इस पानी में लगभग २०-२५ मिनट तक अपने पैरों को भिगोकर रखें। इससे आपके नाखूनों का फंगल इंफेक्शन मिटाने में काफी मदद मिलती है।
- एलोवेरा जेल- एलोवेरा जेल आपके नाखूनों को फंगल इंफेक्शन से छुटकारा दिलाने में काफी मददगार साबित होता है। इसी के साथ, फंगल इनफेक्शन को बढ़ने से भी रोकता है। एलोवेरा जेल का इस्तेमाल आप सीधे तौर पर कर सकते हैं। मार्केट में मिलनेवाला एलोवेरा जेल या साबुत एलोवेरा आप अपने नाखूनों पर लगाए और ३०-४० मिनट के लिए उसको ऐसे ही छोड़ दे। बाद में सादे पानी से नाखूनों को अच्छे से धो लें और साफ तौलिए से पोंछ ले। एलोवेरा में एंटीमाइक्रोबियल और एंटी फंगल तत्व पाए जाते हैं, जिससे नाखूनों के फंगल इंफेक्शन से आपको छुटकारा मिलता है।
- लहसुन- कच्चे लहसुन को कद्दूकस कर लें और प्रभावित हिस्से पर लगाएं। २० मिनट के बाद में स्वच्छ पानी से धो ले। लहसुन में एंटीफंगल और एंटीसेप्टिक तत्व पाए जाते हैं; जो ना कि संक्रमण को रोकते हैं, बल्कि नाखूनों की प्राकृतिक चमक को भी लौटाते हैं।
- सनफ्लॉवर ऑयल- सूरजमुखी के तेल में कीटाणुरोधी गुण पाए जाते हैं। जो बैक्टीरिया और फंगस को रोकने में काफी असरदार होते हैं। सूरजमुखी के तेल की कुछ बूंदे ले और उसको प्रभावित हिस्से पर लगाएं। किसी कॉटन के कपड़े के साथ इस हिस्से को ढक ले। लगभग आधे घंटे के बाद आप इसे स्वच्छ पानी से धो सकते हैं या आप इसे ऐसे भी रख सकते हैं। इस तेल के उपयोग से आपका फंगल इनफेक्शन कम होने में काफी मदद मिलती है।
- नारियल तेल- त्वचा की लगभग हर समस्या के ऊपर नारियल तेल हमेशा ही कारगर साबित हुआ है। नारियल तेल मॉइश्चराइजर की तरह काम करता है। इससे त्वचा में चमक लौट आती हैं। इसी के साथ, इसमें एंटीमाइक्रोबियल तत्व भी पाए जाते हैं। नारियल तेल की कुछ बूंदे लेकर प्रभावित हिस्से पर लगाए और कुछ देर के लिए उसको ऐसे ही छोड़ दें। इस तेल के उपयोग से नाखूनों में फंगल इन्फेक्शन कम होगा और नाखूनों की प्राकृतिक चमक भी लौट आएगी। ऑलिव ऑयल या अजवाइन के तेल के साथ भी आप नारियल तेल का प्रयोग कर सकते हैं।
- मॉइश्चराइजर- जैसा कि हमने देखा, नाखूनों में फंगल इन्फेक्शन होने से नाखूनों में दरारे पड़ जाते हैं और वह काफी ड्राई हो जाते हैं। इस समस्या को कम करने के लिए आप दिन में २-३ बार नाखूनों पर मॉइश्चराइजर लगा सकते हैं। इसके लिए आप किसी क्रीम या तेल का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे आपके नाखून मॉइश्चराइजर रहेंगे और उनमें छिपे इंफेक्शन कम होने में भी मदद मिलेगी। इसी के साथ, उनके प्राकृतिक चमक भी लौट आती हैं और बढ़ने में भी मदद मिलती है।
नाखून में फंगल इन्फेक्शन को होने से कैसे बचें
दोस्तों, फंगल इन्फेक्शन होने से अच्छा है कि उसे बचा जाए। यहां हम ऐसी चीजों के बारे में चर्चा करेंगे, जिनको अपनाने से आप फंगल इनफेक्शन होने से बच सकते हैं।
- अपने नाखूनों को हमेशा ही छोटा रखें और वक्त वक्त पर उनको ट्रीम करते रहें। इसी के साथ, जब भी आप हाथ धोते हैं, तब साबुन और पानी या हैंडवाश से नाखूनों को अच्छे से साफ करें।
- नेल टूल्स के उपयोग से पहले, उनको अच्छे से साफ करें और उनको किसी के साथ शेयर ना करें।
- नाखून को मुंह से काटने और चबाने से बचें। नाखूनों को काटने के लिए हमेशा नेल कटर का इस्तेमाल करें।
- लगातार २-३ दिनों तक एक ही जूतों का इस्तेमाल ना करें। बहुत ज्यादा टाइट सैंडल और जूते पहनने से बचें। इसी के साथ, अगर आप रोज सॉक्स पहनते हैं; तो रोज ही उनको धोए।
- किसी दूसरे के चप्पल, जूते और सैंडल पहनने से बचें। इसी के साथ, अपने जूते, सैंडल, सॉक्स किसी के साथ शेयर ना करें।

दोस्तों, नाखूनों में हो रहे फंगल इन्फेक्शन को रोकना काफी हद तक हमारे हाथ में होता है। हमारी गलत आदतों की वजह से भी हमें नाखूनों में फंगल इंफेक्शन हो सकता है। इसलिए, गलत आदतों को छोड़कर अच्छे आदतों को अपनाएं और अपने नाखूनों को सिर्फ सुंदरता का प्रतीक ही बनाए रखें। तो दोस्तों, आज के लिए बस इतना ही! उम्मीद है, आपको आज का यह ब्लॉग नाखून में फंगल इंफेक्शन के घरेलू उपाय अच्छा लगा हो। धन्यवाद।