नमस्ते दोस्तों, कैसे हो आप? आज हम बात करने वाले हैं सरसो तेल से बच्चे को गोरा करने का तरीका, दोस्तों, आज हम थोड़ा अलग टॉपिक के बारे में चर्चा करने वाले हैं। आजकल के मॉडर्न युग में गोरा दिखना बहुत ही महत्वपूर्ण हो गया है। सांवली त्वचा के लोगों को काफी नीचा देखा जाता है। टीवी पर भी गोरा होने की कई क्रीम का विज्ञापन आते रहता है। पिछले कुछ सालों से इन विज्ञापनों में काफी बढ़ोतरी हुई है और इस वजह से लोगों की मानसिकता बहुत ही बदल गई है। जिसे देखो उसे आजकल गोरा और बहुत ही फेयर लगना होता है। लेकिन, कुछ हद तक यह गलत भी होता है। क्योंकि, सांवले लोगों को इससे बहुत तकलीफ हो सकती हैं।
इसीलिए, कुछ मांओं को लगता है कि जन्म से ही हमारा बच्चा अगर सावला है; तो उसे गोरा करना चाहिए। इसलिए, वह तरह-तरह के क्रीम का इस्तेमाल करती है। लेकिन, क्रीम का इस्तेमाल करने से बच्चे को तकलीफ भी हो सकती है; क्योंकि उसमें केमिकल मौजूद होते हैं। देखिए, बच्चे तो भगवान का रुप होते हैं। चाहे वह गोरे हो या सावले, वह मासुमता से भरे हुए होते हैं। हमें इस बात को समझने की जरूरत है। आजकल गोरा होना सामाजिक दृष्टिकोन से बहुत ही महत्वपूर्ण हो गया है; जो कि गलत है।
लेकिन, फिर भी अगर आपको अपने बच्चे की सांवली स्कीन से प्रॉब्लम है; तो आप एक नेचुरल तरीका अपना सकते हैं। सरसों के तेल का इस्तेमाल करके अपने बच्चे की रंगत निखार सकते हैं और यह कुछ हद तक सुरक्षित भी होता है। इसीलिए, दोस्तों आज हम जानेंगे सरसों के तेल से बच्चों को गोरा कैसे किया जा सकता है।
सरसो तेल से बच्चे को गोरा करने का तरीका
सरसों के तेल में मॉइस्चराइजिंग तत्व पाए जाते हैं। सरसों का तेल इस्तेमाल करने से हमारी स्कीन को काफी हद तक पोषण मिलता है और उसमें नमी बनी रहती है। सरसों का तेल इस्तेमाल करना सुरक्षित रहता है। इसीलिए, बच्चों के लिए भी आप इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
१) सरसो तेल की पेस्ट-
अपने सांवले की शिशु के त्वचा की रंगत निखारने के लिए आप सरसों के तेल में दूसरे घटको को मिलाकर उसका पेस्ट तैयार कर अपने शिशु को लगा सकते हैं। इसके लिए, बेसन में थोड़ा पानी मिलाकर पेस्ट तैयार करें। इस पेस्ट में हल्दी, कच्चा दूध और ताजी मलाई मिलाकर अच्छे से मिश्रण तैयार कर लें। अब बच्चे के पूरे शरीर पर इस पेस्ट को अच्छे से लगाए। १५ मिनट तक इसे ऐसे ही रहने दे। पेस्ट के सूखने पर सॉफ्ट कॉटन के कपड़े से पूरा शरीर साफ कर लें। इसके बाद, सरसों के तेल को हल्का गुनगुना गर्म कर ले और अपने बच्चे की हल्के हाथों से मालिश करें। इससे आपके बच्चे की त्वचा की रंगत निखारने में काफी मदद मिलती है। इस पेस्ट का प्रयोग आपको रोजाना करना होगा।
२) सरसो तेल की मालिश-
सरसों के तेल की मालिश बच्चे के लिए बहुत ही फायदेमंद होती है। सरसों के तेल की मालिश करने से आपके बच्चे का रंग काफी हद तक निखर सकता है। सरसों के तेल में विटामिन ई की मात्रा पाई जाती है; जो बच्चे की त्वचा के लिए बहुत ही उपयुक्त होता है। इससे ना ही आपके बच्चे का रंग निखरता है, बल्कि उसकी हड्डियां काफी मजबूत होती हैं। सरसों का तेल की मालिश रोजाना करने से आपके बच्चे की मांसपेशियां काफी मजबूत होती है और हड्डियां भरने में भी मदद मिलती है। इसी के साथ, सरसों के तेल की हल्की सी मालिश करने से आपके बच्चे का रक्त संचार सुचारू रूप से होता है और उसका विकास अच्छी तरह से होता है।
सरसो तेल इस्तेमाल करते समय अपनाएं सावधानियां
नवजात शिशुओं की त्वचा काफी नाजुक होती हैं। इस पर विभिन्न प्रकार के चीजों की का प्रयोग करना खतरनाक साबित हो सकता है। इसीलिए, घरेलू नुस्खे आजमाने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत ही जरूरी होता है।
१) सरसों के तेल से मालिश करने के बाद अगर बच्चे की त्वचा पर रैशेज या लाल दाने आ जाए, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
२) सरसों का तेल हमेशा गर्म करने के बाद ही इस्तेमाल करना चाहिए और इसका इस्तेमाल उचित मात्रा में ही करना चाहिए।
३) अगर ज्यादा समय तक सरसों के तेल की मालिश की जाए, तो उससे शिशु की त्वचा संबंधित समस्याएं उत्पन्न हो जाती है।
तो बहनों, सबसे पहले इस चीज को ध्यान में रखिए कि आपका बच्चा जैसा भी है, सावला या गोरा; वह आपके लिए अनमोल है। सबसे पहले आपको खुद इस बात को समझना होगा, कि गोरा या काला होने से व्यक्तित्व की पहचान नहीं होती हैं। एक अच्छा व्यक्ति हमेशा ही दिल से साफ और पवित्र होता है; जो ना दूसरों को दुखाता है और ना ही किसी को दुखी देख सकता है। सामाजिक दृष्टिकोन से अपने बच्चे की तरफ देखना बंद करें और अपने बच्चे को जैसे हैं वैसे स्वीकार करें।
उम्मीद है, आपको आज का सरसो तेल से बच्चे को गोरा करने का तरीका, यह ब्लॉग अच्छा लगा हो। धन्यवाद।
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