मोतियाबिंद का घरेलू उपचार

मोतियाबिंद ऐसी ही गंभीर समस्या है, जिसमें आंखों के लेंस पर एक धब्बा आ जाता है | जिससे आप जो भी चीज देखते हैं वह आपको धुंधली नजर आती है और वहां आपको धब्बा जैसा नजर आता है | आज हम कुछ घरेलू नुस्खों की मदद से मोतियाबिंद का इलाज संभव है |
मोतियाबिंद के लिए घरेलू उपाय
1.नए मोतियाबिंद में ताजे स्वमूत्र की दो-तीन बूंदे आंखों में रोजाना दो – तीन बार डालने से मोतियाबिंद ठीक हो जाते हैं अथवा बढ़ने से रुक जाता है | स्वमूत्र को चौड़े मुंह की कांच की शीशी में भरकर रख दें और 15 मिनट बाद ठंडा होने पर इससे आंखें धोए या बूंदे आंख में डालें | आप यह प्रयोग 2 महीने तक करने से आपको लाभ होगा |
2 .छोटी मक्खियों का पतला शहद , सफेद प्याज का रस 10 ग्राम , भीमसेनी कपूर 10 ग्राम इन तीनों चीजों को अच्छी तरह मिलाकर शीशी में रख ले और रात को सोने से पहले कांच की सलाई के द्वारा आंखों में लगाने से उतरता हुआ मोतियाबिंद जल्दी ही रुक जाता है यदि उतरा हुआ भी हो तो साफ हो जाता है | यदि हमें भीमसेनी कपूर ना मिले सके तो केवल शहद और प्याज के रस से ही प्रयोग कर सकते हैं |
दृष्टि कभी मंद न होगी –
स्वस्थ आंखों में शुद्ध मधु की एक सलाई सप्ताह में एक -दो बार डालने से दृष्टि कभी मंद न होगी ,बल्कि उम्र के साथ और तेज होगी और साथी खाने के लिए चार बादाम रात में पानी में भिगोकर और सवेरे कालीमिर्च के साथ पीसकर मिश्री के साथ चाटे और ऊपर से दूध पी ले पी लेना इससे आपकी दृष्टि कभी मंदाना होगी |
परहेज –
चीनी , धुले हुए चावल , मैदा ,खीर ,उबले हुए आलू ,हलवा ,चाय ,कॉफी ,शराब | आचार ,मुरब्बे ,चॉकलेट आदि का सेवन ना करें |
नेत्रों के लिए हितकारी –
कद्दूकस किया हुआ आंवला -मुरंबा ,पपीता ,पका ,आम ,दूध ,घी ,मक्खन ,मधु |काली मिर्च और घी बुरा | गुड़ ,सूखा धनिया चौलाई ,पालक ,बथुआ ,सेंहजन , पुदीना ,धनिया ,पत्ता गोभी ,मेथी पत्ती ,कढी पत्ती आदि |कैरोटीन प्रधान पत्तियों वाली वनस्पतियां |पालक या कढ़ी पत्ती युक्त दाल |अंकुरित मूंग ,गाजर ,बादाम ,मधु आदि |