मोटा होने की आयुर्वेदिक दवा हिंदी में

मोटा होने की आयुर्वेदिक दवा इन हिंदी

मोटा होने की आयुर्वेदिक दवा
मोटा होने की आयुर्वेदिक दवा

सबको लगता है कि हमारी पर्सनेलिटी एकदम फिल्मी अभिनेताओ जैसे दिखे लेकिन वास्तव में ऐसा नहीं होता है, क्योंकि हमारा शरीर अच्छी तरह से नहीं फूलता और हम पतले दिखने लगते हैं इसलिए जल्दी वजन बढ़ाने के लिए कई लोग कई तरीके अपनाते हैं |

जैसे कि नॉनवेज खाना, योग, और एक्सरसाइज करना, ज्यादा कैलोरी वाला खाना, टेबलेट, कैप्सूल, प्रोटीन पाउडर, सप्लीमेंट, ऐसे अनेक तरीके अपनाते हैं लेकिन तोभी कुछ नहीं हो पाता है |

बाजार में, मोटा होने के लिए कई दवाइयां भी मिलती है लेकिन इनका साइड इफेक्ट भी होता है, इसलिए अब हम प्राकृतिक तरीके से मोटा होने की आयुर्वेदिक दवा देखेंगे |

मोटा होने की दवा :

  1. वजन बढ़ाने के लिए सबसे महत्वपूर्ण ,अच्छी तरह से डाइट प्लान बनाना | हमारे पूरे दिन में एक्सरसाइज, योगा, पौष्टिक पदार्थ, इन चीजों का इस्तेमाल जरूर करें | लेकिन कई लोगों की दिनचर्या बहुत ही व्यस्त होती है, वह लोग यह मोटा होने की आयुर्वेदिक दवा उपाय हर रोज नहीं कर पाते हैं | इसलिए मोटा होने की डाइट प्लान अच्छी तरह से करें |
  2. अश्वगंधा पाउडर एक ऐसी दवा है जिसमें फट्स और कैलरी का प्रमाण बहुत ज्यादा होता है, इसलिए प्रतिदिन सुबह-शाम एक गिलास गर्म दूध में अश्वगंधा पाउडर के दो चम्मच और इसके साथ देसी गाय का घी एक चम्मच मिलाएं और इस मिश्रण को अच्छी तरह से हिलाए और पीले|
  3. बहुत सारे लोग ऐसा कहते हैं कि हम खाते पीते बहुत है लेकिन हमारा शरीर नहीं बढ़ता है, अक्सर पाचन शक्ति कमजोर होने के कारण यह समस्या आती है इसलिए हम जो भी खाते, पीते हैं वह पोषक तत्व शरीर को नहीं मिल पते , जिससे हमारा शरीर का वजन बढ़ने की वजह कम होने लगता है | पाचन तंत्र की कमजोरी से जिन लोगों का वजन बढ़ ही नहीं पाता है उनके लिए यष्टिमधु पाउडर काफी फायदेमंद है| इसलिए रोजाना यष्टिमधु पाउडर का सेवन करें |
  4. मोटा होने के लिए जीवनशैली सुधारें तंबाकू, शराब, गांजा, चाय इन पदार्थों को बंद कर दें और हमारा ध्यान पौष्टिक आहार पर दें इससे जरूर हमारा शरीर सुडौल देखेगा |
  5. भोजन के साथ-साथ प्रोटीन और फैट वाला आहार ज्यादा लें दिन में दो बार अगर हम खाते हैं तो अब ३-४ बार थोड़ी थोड़ी देर बाद खाए | अंडे और दूध का ज्यादा सेवन करें क्योंकि इन चीजों में कैल्शियम का प्रमाण बहुत ज्यादा होता है | हरी सब्जियां, मिनरल्स, विटामिंस, फाइबर को आहार में समाविष्ट करें क्योंकि यह चीजें पोषक तत्वों का पोषण करने में मदद करते हैं |
  6. अगर आप शाकाहारी हैं तो ऊपर दिए गए विटामिंस का भोजन में समावेश करें और अगर आप मांसाहारी हैं तो मुर्गी ,मच्छी मटन, का हर २ दिन के बाद सेवन करें बस खाने के तेल की जगह घी का उपयोग करें ऐसा रोजाना किया तो शरीर तेजी से बढ़ेगा |
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