मटर के फायदे

मटर की फली , सेम , फ्रेंचबीन के समान ही फली के रूप में सब्जी बनाने के काम आती है | फली के बीच में जो गोल दाना होता है , वही खाने के काम आता है |
मटर कई प्रकार के होते है , किंतु जो मटर खाने में स्वादिष्ट और मीठे होते है वे ही प्रयोग में आते है | मटर को सुखाकर अन्य दालों के सामान ही काम में लाते है |
मटर मधुर , शीतल , वायुवर्धक व दस्तावर होती है | दुर्बलता , रक्त की कमी , सामान्य कमजोरी की स्थिति में मटर अंत्यत उपयोगी है | मटर को गरीब लोगों के लिए पोषक आहार माना गया है | मटर में प्रोटीन मात्रा में होते है |
मटर एक झाड के समान बेल पर पैदा होती है | फली लगने से पूर्व बेल पर सुंदर फूल निकलते है | इसके फूल सफेद तथा सफेद तथा बैंगनी रंग के होते है |इसकी एक फली में कई दाने या बीज होते है |
मटर के फायदे गुण :
- बादी :
अदरक और लहसुन के साथ मटर का प्रयोग करने से बादी का कष्ट दूर होता है | - आग से जलना :
हरी मटर पीसकर जले हुए स्थान पर लगाने से जलन शांत होती है | - दुर्बलता :
मटर को सब्जी के रूप में प्रयोग करने से दुर्बलता दूर होती है तथा दुबला-पतला शरीर मोटा होने लगता है | - सौंदर्यवर्ध्द्क :
हरी मटर या सुखी मटर को पीसकर उसमे नींबू का रस मिलाकर उबटन की तरह मसलकर नहाने से शरीर का रंग निखरकर गोरा होता है | - चेहरे की क्रांति :
मटर को भुनकर , संतरे के छिलको के साथ पीसकर कपड़छन कर ले | इसे दूध के साथ लेप बनाकर चेहरे और शरीर पर मले | इससे कांति बढती है तथा शरीर का सौंदर्य निखरता है | - कमजोरी :
घी में मटर भुनकर खाने से कमजोरी व्यक्तियों को लाभ होता है | - कब्ज :
कच्ची मटर खाने से कब्ज दूर होता है |