करेला के गुण

कच्चा करेला सब्जी बनाने तथा पका करेला बीज के लिए उपयोगी होता है | आप इसको करेले की सब्जी करेला जूस बनाने के बाद भी इस्तमाल कर सकते हो | इसके कई आयुर्वेदिक गुण और घरेलू नुस्खे में उपाय करी है |
करेला स्वास्थ्य के बहुत लाभदायक सब्जी है | करेले में विटामिन ‘सी ‘ , लौह , केल्सियम , फास्फोरस आदि खनिज होते है |
करेला भूक बढाने वाला , पित्त-कफ , कृमिनाशक व शूल नाशक तथा आँखों के हितकारी है |
करेला के घरेलू आयुर्वेदिक उपचार :
मुह के छाले :
करेले के रस से कुल्ला करने से मुह के छाले ठीक हो जाते है |
पेट के कीड़े :
२ तोला करेले करेले के रस में , 3 ग्राम वायविडिंग का चूर्ण मिलाकर पीने से पेट के कीड़े मर जाते है |
मूत्र में खून आना :
एक छोटे करेले का रस तीन दिन तक दोपहर में पीने से खून आना बंद हो जाता है |
गर्मी की अलाइया :
चोधाई कप करेले के रस में १ चम्मच मीठा सोडा मिलाकर दिन में २-३ बार लेप लगाने से गर्मी के मौसम में होने वाली अलाइया या घमौरिया ठीक हो जाते है|
सुजन :
१ तोला करेला रस , १ ग्राम सोंठ का चूर्ण भोजन के बाद सेवन करने से लाभ होता है |
रक्तशुद्धी :
करेले का रस में गाजर और पालक मिलाकर पीने से शरीर में रक्त की शुद्धी होती है |
दूषित दूध :
स्तनों में दूध दूषित हो जाए तो माँ को कुछ दिनों तक करेले की सब्जी खानी चाहिए , इससे दूध शुद्ध हो जाता है |
सिरदर्द :
करेले के रस माथे पर लेप लगाने से सिरदर्द दूर हो जाता है |
बार – बार मूत्र जाना :
बार-बार मूत्र आता हो और दर्द के साथ आता हो तो २ तोला करेले के रस में १ ग्राम कलमीशोरा मिलाकर पीने से तथा इसी मिश्रण को कपड़े में भिगोकर पेडू पर रखने से लाभ होता है |
शरीर के विकार :
२ चम्मच करेले का रस सुबह बासी मुह सेवन करने से खून साफ़ होकर शरीर के अंदर के सभी विकार नष्ट हो जाते है |
मोटापा :
करेले के रस में नींबू का रस मिलाकर पीने से मोटापा दूर होता है |
मासिक -धर्म के विकार :
आधा से एक कप करेले के रस में चौथाई चम्मच सौंठ का चूर्ण मिलाकर पीने से सभी प्रकार के मासिक धर्म संबंधी विकार दूर होते है |
मधुमेह :
करेले के सूखे बीजो का चूर्ण १ चम्मच भोजन से पूर्व पानी के साथ लेने से मधुमेह रोग में लाभ होता है |
आंतों के कृमि :
२-२ चम्मच पत्तो का रस सुबह-शाम पीने से आंतों के कीड़े मर जाते है |