हींग के फायदे

हिंग एक पेड़ का रालदार गोंध होता है| हिंग को इंग्लिश में asafoetida कहते है | जिसका रंग पीला तथा मटमैला सा होता है| बाजार में निकली हींग भी बिकती है जो सफेद रंग की होती है| हिंग के औषधीय गुण और हींग के फायदे कई सारे हैं|
हिंग रोग कीटाणुनाशक, पेट के रोगों का नाशक तथा वातनाशक माना गया है| हींग अफगानिस्तान से आती है| काबुली या खुरासानी हीन को उत्तम माना गया है| असली हींग पानी में डालने पर पूरी भूल जाती है|
हींग के गुण :
वमन:
हींग को घी में भूनकर उसमें अजवाइन, काला नमक व काली मिर्च मिलाकर पीस लें| उल्टी होने पर 2 ग्राम चूर्ण पानी के साथ लेने से वमन रुक जाता है|
कमर दर्द:
3 ग्राम हिंग ,10 ग्राम काली मिर्च ,10 ग्राम सोंठ पीसकर छान ले| अब एक छटाक काले तिल भूनकर, 10 ग्राम ब्राह्मी बूटी के साथ काढ़ा बना ले| प्रतिदिन 3 से 5 ग्राम की मात्रा में लेने से स्त्रियों को कमर दर्द में लाभ होता है |
नेत्ररोग:
एक एक पाव गाय का घी व ताजा गौमूत्र, हिंग, हल्दी, सहजन के बीज व गंधक तीन तीन ग्राम दस नग काली मिर्च डालकर खरल कर ले| अब इसका परांठा बना कर काला होने तक तले|
घी को निकालकर नाक के नथुनों में डालें तथा कनपटी पर भी मले| यह क्रिया करने से 1 सप्ताह में नेत्रों के गर्मी, खुश्की, थकान, आदि सभी प्रकार के नेत्र रोग दूर होते हैं|
अपच:
5 ग्राम काली मिर्च, 5 ग्राम इलायची, 5 ग्राम भुना हुआ सुहागा, 10 ग्राम नींबू का सत्व, 15 ग्राम सेंधा नमक को पीस लें| 1 ग्राम पिपरमिंट मिलाकर शीशी में भरकर बंद कर दें| इस चूर्ण का सेवन करने से अपचन की शिकायत दूर होती है|
सीने का दर्द:
2 रत्ती हींग, एक मुनक्का के बीज निकालकर उसके अंदर रख कर खिला दे| गले से उतरते ही सीने का दर्द दूर हो जाएगा|
काली खांसी:
5 ग्राम हिंग व 5 ग्राम कपूर को पीस कर आधा रत्ती की गोलियां बना ले| एक गोली-सुबह शाम पानी के साथ लेने से काली खांसी दूर हो जाती है|
पेट दर्द:
एक चुटकी हिंग एक गिलास पानी में इतना उबले की दसवां भाग शेष रहे इस पानी को गुनगुना कर पिलाने से पेट दर्द दूर हो जाता है|
पसली का दर्द:
एक चुटकी हींग को अंडे की जदो में मिलाकर लेप करने से पसली का दर्द दूर हो जाता है|
आवाज बैठना:
आधा ग्राम हींग को 250 मिलीग्राम पानी में घोलकर कुनकुना कर गरारे करने से आवाज खुल जाती है|
दांत का दर्द:
दांत में कीड़ा लग जाने या दर्द होने पर हींग लगाने से दर्द दूर हो जाता है |
कीड़े का जहर:
बिच्छू या मधुमक्खी काट लेने पर हींग को स्प्रिट में मिलाकर लगा देने से विष और दर्द दूर हो जाता है|
सर्पदंश:
हिंग को नारियल के दूध में डुबोकर कटे हुए अंग पर लगाने से सांप का जहर दूर होता है|
निमोनिया :
आधा रत्ती हिंग पानी में घोलकर देने से कब्ज पतला होकर बाहर निकल जाता है|