नमस्ते दोस्तों, कैसे हो आप? हिचकी आना एक आम बात है। हम हमारे रोजमर्रा की जिंदगी में इनका अनुभव कर सकते हैं। आमतौर पर हिचकी आने के बाद पानी पीने की सलाह दी जाती है और पानी पीने के बाद हिचकी चली भी जाती हैं। लेकिन, कई बार ऐसे नहीं होता है। कई लोगों को बार बार हिचकी आती है और वह बहुत देर तक रहती है। पानी के पीने के बाद भी नहीं जाती है। आयुर्वेद के अनुसार, हिचकी वात एवं कफ के दोष के कारण होती है। आमतौर पर हिचकी श्वसन विकार संबंधित एक समस्या है। लेकिन, इसमें पाचन तंत्र की भूमिका भी अहम होती है।
हमारे शरीर में डायफ्राम नाम की मांसपेशियां होती है, जो हमारे छाती और पेट को अलग रखती है। यह मांसपेशियां हमारे श्वसन क्रिया में भी अहम भूमिका निभाती हैं। अगर इन मांसपेशियों में संकुचन या दबाव उत्पन्न हो जाता है, तो उस वजह से हिचकी हो होती है। पुरुषों के मुकाबले, महिलाओं में हिचकी आने की समस्या अधिक पाई गई है। हिचकी रोकने के लिए कई घरेलू उपाय है, जो आप ट्राई कर सकते हैं। तो आज हम जानेंगे हिचकी रोकने के घरेलू उपाय।
हिचकी आने के कारण
वैसे तो, अभी तक हिचकी आने के कारण स्पष्ट नहीं हो पाए हैं। ऐसे कई कारक है जो हिचकी को ट्रिगर करते हैं। हिचकी आने के कई कारण हो सकते हैं।
- कभी-कभी हम अस्वस्थ प्रकार का भोजन कर लेते हैं। हम ठंडी चीजे, गर्म चीजें एक साथ खा लेते हैं। कभी तो हमें भूख ना होने पर भी खाना खा लेते हैं। इन कारणों की वजह से भी हिचकी आ सकती है।
- कार्बोनेटेड पेय; जैसे कोका कोला, पेप्सी, थम्स अप इन ड्रिंक्स का ज्यादा मात्रा में सेवन करने से हिचकी आती है। इसी के साथ ज्यादा मात्रा में शराब पीने से भी हिचकी आती है।
- बाहर की धूल, धुआं या प्रदूषण की हवा हमारे मुंह में जाने से भी हिचकी आती है।
- कभी-कभी हम अधिक तनावग्रस्त या भावनात्मक रूप से ज्यादा एक्साइटेड हो जाते हैं, तो उस वजह से भी हिचकी आती है।
- हमारे शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स का असंतुलन होने की वजह से भी हिचकी आती है।
- तनाव को दूर करने वाली दवाइयां खाने से भी हिचकी आती है।
हिचकी रोकने के घरेलू उपाय
हिचकी सामान्य हो तो कुछ देर बाद अपने आप ही रुक जाती है। लेकिन, अगर यह दो-तीन दिन तक रहती है; तो आपको इसमें विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है। हिचकी रोकने के लिए अलग-अलग प्रकार के घरेलू उपाय आजमा सकते हैं। जो आपके लिए आसान भी होंगे और आपको उनका कोई साइड इफेक्ट भी नहीं होगा।
- नींबू- हिचकी को रोकने के लिए आपने नींबू का इस्तेमाल कर सकते हैं। हल्के गुनगुने पानी में नींबू का रस, चुटकीभर नमक और कुछ पुदीने के पत्ते भी डाल ले। इस पानी को पीने से आपकी हिचकी बंद होने में मदद मिलेगी और आपके गैस की समस्या भी ठीक होती है। नींबू को चूसने से भी हिचकी बंद हो जाती है।
- शहद- शहद हर घर में आसानी से उपलब्ध होता है। एक चम्मच शहद को हल्के गुनगुने पानी में मिलाकर इस पानी को पी जाएं। इससे आपकी हिचकी बंद होने में मदद मिलती है।
- हींग और मक्खन- १/४ चम्मच हींग और १/४ चम्मच मक्खन को मिला ले और उसे खा लें। इससे आपकी हिचकी रोकने में सहायता मिलती है।
- आंवला और मिश्री- आंवला, सौठ के चूर्ण को समान मात्रा में मिलाकर शहद या मिश्री के साथ इसका सेवन करने से हिचकी को रोकना संभव होता है।
- पीनट बटर- हिचकी को रोकने के लिए आप एक चम्मच पीनट बटर खा सकते हैं। यह आमतौर पर घरों में उपलब्ध होता है।
- सौंठ और हरड़- सौंठ और हरड़ के चूर्ण को समान मात्रा में मिलाकर पानी के साथ सेवन करने से आपकी हिचकी में तुरंत आराम मिलता है।
अन्य उपाय
- पेपर बैग या या अन्य किसी उपलब्ध बैग में सांस रोक कर रखने से भी आपकी हिचकी रोकने में मदद मिलती है
- हमारे घर में दानेदार चीनी आसानी से मिल जाती है इस चीनी को मुंह में रखकर चूसने से जूझते रहे और बाद में पानी पी लें इस उपाय से भी आप अपने हिचकी रोक सकते हैं
- हिचकी रोकने के लिए आप अपनी सांस रोक कर भी रख सकते हैं यह एक आसान उपाय होता है इसके लिए आपको एक गहरी सांस लेनी है और जब तक आपको कंफर्टेबल हो आपको सांस को रोक सकते हैं और उसके बाद में छोड़ दे।
- ठंडे पानी से गरारे करने के बाद भी आप की हिचकी रुक सकती है।
- अदरक के छोटे टुकड़े को मुंह में डालकर धीरे-धीरे चबाने से भी हिचकी से छुटकारा मिलता है।
- हिचकी से ग्रस्त व्यक्ति को चौंकाने की, डराने की या उसका ध्यान बटाने की कोशिश करें।

डॉक्टर की सलाह
अगर आपकी हिचकी २-३ दिन तक रहती है, हिचकी पर घरेलू उपचार करने के बाद भी हिचकी नहीं रुक रही हो और हिचकी आने के साथ ही आपको सिरदर्द भी हो रहा है; तो यह ध्यान देने की बात है। इतने दिनों तक हिचकी रहने का कारण आपके नर्वस सिस्टम की समस्या भी हो सकती है। इसीलिए, इसके बाद आपको अपने डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी हो जाता है।
दोस्तों, वैसे तो हिचकी को हम बहुत ही लाइटली ले लेते हैं। लेकिन, अगर यह समस्या बड़ी हो; तो इस पर ध्यान देने की जरूरत होती है। अपने शरीर में हो रहे अनचाहे बदलाव को समझें और उस पर तुरंत इलाज करे। उम्मीद है, आपको आज का यह ब्लॉग अच्छा लगा हो। धन्यवाद।