हरसिंगार का पौधा पारिजात के लाभ फायदे हिंदी में

हरसिंगार का पौधा

हरसिंगार फूल
हरसिंगार फूल 

हरसिंगार फूल को पारिजात का फूल भी केहते है| गृहवाटिका बाग़ – बगीचों या उद्यानों में लगा सफेद पुष्पों वाला झाड़ीदार २५-3० फीट ऊँचा वृक्ष अकस्मात ही मन  मोह लेता है |

हरसिंगार का यह वृक्ष रात की रानी के नाम से भी जाना जाता है , क्योंकि इसके पुष्प रात के समय खिलकर वातावरण को सुगंधित करते है तथा झड़ जाते है | इस वृक्ष की पत्तिया गुडहल के पत्तो की तरह चौड़ी होती है |हरसिंगार का प्रयोग चिकित्सा हेतु भी किया जाता है |

पारिजात के लाभ घरेलू उपाय :

पेट के कीड़े :

बच्चों के पेट में कीड़े होने पर इसके पत्तो के रस में शक्कर मिलाकर पिलाने से कीड़े मल के साथ बाहर निकल जाते है |

कब्ज :

 बच्चों को कब्ज होने पर हरसिंगार पत्तो का स्वरस देने से लाभ होता है |
खाँसी –दमा :

इसकी छाल के चूर्ण को पान में रखकर खाने से खाँसी तथा दमा रोग में लाभ होता है |

सियेटिका :

 हरसिंगार पत्तों का धीमी आंच पर बनाया गया क्वाथ सियेटिका में अंत्यत लाभदायक होता है |

पीलिया :

 इसके पत्तो के स्वरस का सेवन लौह भस्म के साथ करने से पीलिया रोग दूर होता है |

मलेरिया :

 इसके पत्तो के स्वरस के साथ सौंठ , मरीच , पीपल का चूर्ण लेने से मलेरिया में लाभ होता है |

जीर्ण ज्वर :

 इसके -७-८ नरम पत्तो का रस , आद्र्क रस तथा शहद के साथ सेवन करने से जीर्ण ज्वर में लाभ होता है | इस औषधि का सेवन करते समय दूध , घी व शक्कर का अधिक करे |

ह्रदय की दुर्बलता :

हरसिंगार के सफेद फूलों की डंडी अलग करके फूलों से दोगनी पिसी हुई शक्कर मिलाकर शीशी में भरपूर धूप में रख दे | सवा महीने बाद इस गुलचंद की २० ग्राम रोज सुबह खाने से गर्मी में बढ़ी ह्रदय की धडकन दूर होकर ह्रदय शक्तिशाली बनता है |

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