नमस्ते दोस्तो, कैसे हो आप? हमारी खराब और बिगड़ी हुई जीवनशैली की वजह से हमारे शरीर को बहुत तकलीफ होती हैं। हमारा बदला हुआ खानपान, सोने-उठने की आदते, कसरत का अभाव इन सब चीजों की वजह से हम अलग-अलग बीमारियों का शिकार जल्दी ही हो जाते हैं। जब यह बीमारियां हमें हो जाती है, उसके बाद में हमें पता चलता है कि हमारी जीवनशैली ही गलत है। आजकल डायबिटीज, लीवर के रोग, पेट से संबंधित समस्याएं, एलर्जी की समस्याएं काफी हद में बढ़ चुकी है और लोगों के लिए यह बहुत ही आम बात हो गई है। ऐसे ही एक समस्या है, जो आजकल आम होती जा रही है; वह है बवासीर। तोह चलिए हल्दी से बवासीर ठीक करने का इलाज सीखते है।
हल्दी बहुत गुणकारी मानी गई है और इसका इलाज बहुत सारी बीमारियों में किया जाता है| अक्सर लोग बवासीर के समस्या के समय बहुत परेशान रहते हैं और तरह मार्केट में मिलने वाली कई सारी बवासीर का इलाज करने वाली दवाइयों का सेवन करने लगते हैं| लेकिन उन्हें कोई फायदा नहीं मिलता है| इसलिए खास आज हम आपके लिए बवासीर का हल्दी से गुणकारी इलाज कैसे किया जाता है यह जानेंगे|
बवासीर या पाइल्स में गुदा के चारो ओर की नसों में सूजन आ जाती है। इससे मलद्वार के आसपास या अंदर की तरफ मस्से आ जाते हैं। अंदरूनी मस्से वैसे तो कम दर्दनाक होते हैं। लेकिन, अगर इन नसों में अधिक सूजन हो जाए, तो वह फूलकर गुदा के बाहर आ जाते हैं। ऐसे में बहुत भयंकर पीड़ा होती हैं। कभी-कभी मलद्वार से रक्तस्राव भी होता है, तब बहुत ही ज्यादा दर्द होता है। ऐसे में बवासीर के मरीज को बहुत कमज़ोरी महसूस होती है। बवासीर का इलाज वक्त पर ना किया जाए, तो आपको बहुत ज्यादा परेशानी उठानी पड़ सकती हैं। यहां तक कि, आपको ऑपरेशन करने तक की नौबत आ सकती हैं। क्योंकि, बवासीर के मरीज को चलने में तथा बैठने में बहुत तकलीफ होती है। इसी के साथ, दर्द होने पर बवासीर के मरीज को रात को नींद भी नहीं आती है। इसीलिए, बेहतर है कि आप बवासीर का इलाज वक्त रहते कर लें। तो दोस्तों, आज जानेंगे हल्दी से बवासीर का इलाज कैसे किया जा सकता है।
बवासीर होने के कारण
वैसे तो बवासीर होने के कई कारण हो सकते हैं। लेकिन, उनमें असंतुलित खानपान एक बड़ा कारण साबित होता है।
- आपका असंतुलित खानपान याने ज्यादा तली भुनी चीजें खाना, ज्यादा मसालेदार भोजन का सेवन करना, कम फाइबरयुक्त डाइट लेना यह सब चीजें शामिल होती हैं। इस गलत खानपान की पद्धति से आपको बवासीर होती है।
- खानपान के असंतुलित होने से आपके पाचन तंत्र में गड़बड़ी आ जाती हैं और आपको मल त्याग करने में काफी परेशानी होती है। इसमें कब्ज होना, मल त्याग करने में कठिनाई होना, ज्यादा देर टॉयलेट सीट पर बैठना आदि कारण शामिल होते हैं; जिनकी वजह से आपको बवासीर होती हैं।
- आपके शरीर में पानी की मात्रा कम होने की वजह से भी आपको बवासीर हो सकती हैं। क्योंकि, पानी पूरे शरीर की कार्यप्रणाली ठीक रखता है और हमारे पाचन तंत्र को भी मजबूती प्रदान करता है। मल त्याग करने के लिए भी पानी की मात्रा आवश्यक होती है।
- ओबेसिटी यानी मोटापा होने की वजह से भी आपको बवासीर होती है।
- महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान बवासीर हो सकती हैं।
बवासीर के लक्षण
बवासीर में आपको कब्ज़ महसूस होता है, जिससे आपको मल त्याग करने में कठिनाई होती हैं। मल त्याग करने के लिए आपको काफी जोर लगाना पड़ता है और इस वजह से गुदा काफी हद तक प्रभावित होता है। कब्ज होने की वजह से मल काफी शुष्क तथा रुखा हो जाता है, जिससे मस्से कठोर हो जाते हैं और आपको मलद्वार में चुभन सा महसूस होता है।
इसी के साथ, मस्से ज्यादा फुल जाते हैं, उन में सूजन आ जाती है, मलद्वार के आसपास की नसें फूल जाती है और उसकी वजह से मल त्याग करना कठिन हो जाता है। ज्यादा जोर लगाने की वजह से और स्थिति ज्यादा बिगड़ने से मलद्वार से खून आना शुरू हो जाता है। यह सारे लक्षण बवासीर के होते हैं।
पाइल्स का हल्दी से इलाज करने के लिए क्या करना चाहिए ?

वैसे देखा जाए तो पाइल्स का इलाज जल्दी करने के लिए हल्दी बहुत गुणकारी है , हल्दी का इस्तेमाल करने से आपको पाइल्स में जल्दी राहत मिलेगी| बवासीर के समय हमें बहुत पीड़ा होने लगती है ऐसी पीड़ा को कम करने के लिए आपको।
हल्दी से बवासीर का इलाज
भारतीय आयुर्वेद में हल्दी को प्रथम स्थान मिलता है। हल्दी लगभग हर छोटी बड़ी बीमारी में इस्तेमाल किया जाता है। इसके इस्तेमाल का तरीका अलग अलग हो सकता है। लेकिन, हर घरेलू नुस्खों में तथा दादी नानी के बटवे में आपको हल्दी का इस्तेमाल जरूर मिलेगा।
- हल्दी और नारियल तेल- हल्दी और नारियल तेल दोनों में ही एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं। हल्दी को नारियल तेल के साथ में मिला में और कॉटन बड की मदद से प्रभावित हिस्से पर लगाएं। बवासीर अगर आपके गुदा के बाहरी हिस्से में हुई है, तो इसका प्रयोग आप कर सकते हैं। इससे बवासीर की वजह से उत्पन्न हुई सूजन को कम करने में मदद मिलती हैं। नारियल तेल से गुदा को ठंडक भी मिलती है।
- देसी घी और हल्दी- एक चम्मच देसी घी में आधा चम्मच हल्दी मिला ले और इसका अच्छे से पेस्ट बना लें। रात को सोने से पहले इस पेस्ट को मलद्वार के अंदर तथा बाहर दोनों जगह अच्छे से लगा ले। इसका प्रयोग आप ३-४ दिनों तक कर सकते हैं। इसको आजमाने से आपकी बवासीर की सूजन तथा जलन में जरूर राहत मिलेगी।
इसी के साथ, आप रोजाना देसी घी का सेवन करें। देसी घी हमारे शरीर को ठंडक पहुंचाता है और देसी घी फाइबर युक्त भी होता है। फाइबर युक्त आहार लेने से हमें मल त्याग करने में परेशानी नहीं होती हैं। बवासीर के मरीजों के लिए देसी घी खाना बहुत अच्छा साबित होता है। इससे उनको बवासीर से जरूर राहत मिलती है।
- एलोवेरा जेल और हल्दी- एलोवेरा जेल को हल्दी में मिलाकर अच्छा मिश्रण बना लें। इसको रोजाना रात को सोने से पूर्व, गुदा के प्रभावित हिस्से पर लगा ले। ऐसा एक दो हफ्ते तक आजमाएं। इससे आपको बवासीर में राहत मिलेगी। हल्दी और एलोवेरा जेल में एंटी इन्फ्लेमेटरी तत्व पाए जाते हैं। इसका मिश्रण लगाने से बवासीर में आई हुई सूजन कम होने में मदद मिलती है।
- नहाने के टब में हल्दी- नहाते हुए बाथ टब में १-२ चम्मच हल्दी मिला ले। उस बाथ टब में १५-२० मिनट के लिए बैठे। ऐसा २-३ दिन तक करने से आपको बवासीर से काफी हद तक राहत मिलती है।
- खानपान में बदलाव- इन्हीं उपायों के साथ, आप अपने खानपान के पद्धति में भी बदलाव करें। ज्यादा तली, भुनी, मसालेदार पदार्थों का अपने आहार में सेवन ना करें। शराब, धूम्रपान, तंबाकू का सेवन ना करें। जंक फूड, कोल्ड ड्रिंक्स का सेवन ना करें। इन सब चीजों की वजह से बवासीर और ज्यादा बढ़ सकती हैं।
नारियल का तेल का इस्तेमाल हल्दी पाउडर के साथ :
नारियल का तेल बहुत ही गुणकारी माना गया है , यदि आप नारियल के तेल में थोड़ा सा हल्दी पाउडर मिलाकर इसे अपने पाइल्स की जगह पर यानी कि बवासीर वाली जगह पर हल्के हाथों से या कॉटन का इस्तेमाल करके लगाने से आपको गुदा के हिस्से पर होने वाले बवासीर से राहत मिलती है|
एलोवेरा जेल और हल्दी से करें बवासीर का इलाज :
थोड़ा सा एलोवेरा जेल लेकर आपको उसमें एक चम्मच हल्दी पाउडर मिलाना है| रात मैं नियमित सोने के समय आपको अपनी गुदा पर और बवासीर वाली जगह पर इस लेप को लगाना है| दो हफ्तों तक लगातार ऐसा करने से आपको बवासीर में जल्द ही राहत मिलेगी|
देसी की और हल्दी से करें एलोवेरा का रामबाण इलाज :
जैसे कि हर किसी को पता है देसी घी बहुत ही गुणकारी है , नियमित तरीके से देसी घी का सेवन करने से आपको कई सारी समस्याओं से छुटकारा मिलता है| ठीक इसी प्रकार बवासीर के समय थोड़ी सी देसी घी को लेकर उसमें एक चम्मच हल्दी मिलाना है| इस मिश्रण को कॉटन के बॉल से अपने खुदा की हिस्से पर या अपनी बवासीर वाली जगह पर नियमित तरीके से लगाना है| कुछ ही दिनों में आपका बवासीर का रामबाण इलाज हो जाएगा|
दूध हल्दी और काला नमक करेगा बवासीर को दूर :
एक कप बकरी का दूध लेकर इसमें एक चम्मच हल्दी और आधा चम्मच काला नमक मिलाकर सेवन करने से बवासीर में फायदा मिलेगा| बवासीर होने के कारण आपको बहुत परेशानी हो सकती है इसीलिए आप इस इलाज को इस्तेमाल करेंगे तो आपको जरूर फायदा मिलेगा|
नहाने का टब और हल्दी का इस्तेमाल :
यदि आप बाथ टब में नहा रहे होंगे तो आपको नहाने के पानी में या टब में दो चम्मच हल्दी को मिलाकर उस पानी में आपको 15 मिनट के लिए बैठना है| ऐसा तीन-चार दिन लगातार करने से आपके त्वचा के विकार दूर हो जाएंगे और आपके खुदा का बवासीर ठीक हो जाएगा|
पेट्रोलियम जेली और हल्दी पाउडर का इस्तेमाल :
पेट्रोलियम जेली में थोड़ी सी हल्दी पाउडर मिलाकर यदि आप इसे अपने बवासीर की जगह पर लगाते हैं तो आपके बवासीर का इलाज हल्दी के इस्तेमाल से हो जाएगा| हल्दी के इस्तेमाल से बवासीर का इलाज करने के लिए यह रामबाण उपाय हैं| आप इस जगह पर वेसिलीन को बवासीर वाली जगह पर भी इस्तमाल कर सकते हो|
दोस्तों यदि आपको किसी प्रकार की शंका या किसी प्रकार का सवाल आ रहा है तो आप हमें नीचे कमेंट में लिख कर पूछ सकते हैं| धन्यवाद|