दोस्तों आज हम गन्ना खाने के फायदे के साथ साथ गन्ने का रस (sugarcane juice) को पिने से आपको क्या फायदे हो सकते है के बारेमे जानकारी हिंदी में आपको बताने वाले है
गन्ना खाने के फायदे

गर्मी की तपती दोहपर में गन्ने का रस पीने से ठंडक एव शांति मिलती है | गर्मी आते ही बाजार में गन्ने के शीतल रस विक्रताओं की बहार आ जाती है | आयुर्वेद ने गन्ने के रस को श्रेष्ट औषधि माना है |
गन्ने के रस में विटामिन ‘ए , बी , सी ‘ के साथ लौह तत्व प्रचुर मात्रा में मिलते है | गन्ने का रस रक्त प्रवाह को गति प्रदान करता है |
इसके सेवन से खाँसी में लाभ होता है तथा पेट की जलन दूर होती है |
गन्ना रक्तपित्त नाशक , बलकारक , वीर्यवर्द्धक , मधुर , मूत्र कारक , शीतल , कंठ के लिए हितकर , शुक्रशोधक , शीतवीर्य होता है |
गन्ने के रस का सेवन भोजन पूर्व करने से पित्त का नाश होता होता है |
गन्ने के फायदे (Ganne ke Fayade) :
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सुखी खाँसी का उपाय :
कच्चे गन्ने का रस सुखी खाँसी में लाभप्रद रहता है |
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खाने में अरुचि :
गन्ने के रस में नीबू के रस की २-४ बूंद नाक में डालने से लाभ होता है |
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गला बैठना :
गन्ने की पोर को भूभल में भुनकर चूसने से बैठा हुआ गला साफ़ होता है |
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रक्तातिसार :
१०० ग्राम गन्ने के रस में समभाग अनार का रस मिलाकर दिन में ३-४ बार पीने से रक्तातिसार में लाभ होता है |
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मूत्र विकार में राहत :
गन्ने का ताजा रस पीने से मूत्र की जलन व सभी प्रकार के मूत्र विकार दूर होते है |
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पीलिया का इलाज :
गन्ने के टुकड़े रात को ओस में रखकर सुबह चूसने से पीलिया रोग में ३-४ दिन में आशातीत लाभ होता है |
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चर्म रोग की दवा:
गन्ने के रस में १ चम्मच निम का रस मिलाकर पीने से दाद , खाज , एग्जिमा आदि चर्म रोग में लाभ होता है |
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खून की कमी दूर करने के लिए :
गन्ने का रस पीने से खून कमी दूर होती है व रक्त शुद्ध होता है |
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पैत्तिक वमन का आयुर्वेदिक इलाज :
एक गिलास गन्ने के रस में २ चम्मच शहद घोलकर पीने से पैत्तिक वमन में लाभ होता है |
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फेफडे को मुलायम :
गन्ने का रस फेफड़ो को मुलायम बनाए रखता है तथा डकार लाता है |
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पायरिया का इलाज :
गन्ने की छाल की भस्म में शहद मिलाकर मंजन करने से पायरिया में लाभ होता है |
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