फैटी लीवर की समस्या का घरेलु तरीके से इलाज कैसे करे ?

आज का हमारा विषय है फैटी लीवर के बारे में |  फैटी लीवर की समस्या नाम की कोई बीमारी भी होती है इस बात का पता काफी लोगों को नहीं है लेकिन आज हम इस बीमारी के बारे में आपको जानकारी देने वाले हैं कि फैटी लीवर डिजीज क्या होता है | जो आमतौर पर लोगों के शरीर में रहता है लेकिन उन्हें जल्द इसके बारे में पता नहीं चलता है जब उन्हें लीवर का कैंसर हो जाता है, उस वक्त वह लोग यह पाते हैं, कि उनको फैटी लिवर डिजीज की बीमारी थी |

फैटी लीवर की बीमारी यानी हमारे पेट के भीतर जो लीवर होता है,  उसमें फैट जमा होना शुरू हो जाता है | इसी वजह से फैटी लीवर की समस्या लोगों को हो जाती | और ज्यादातर fat जमा हो जाने के बाद लिवर ब्लड को शुद्ध करने में समर्थ नहीं होता है और ना ही खाया हुआ का खाना पचाने के काबिल नहीं रहता है | तो फैटी लीवर की बीमारी किस वजह से होती है और क्यों होती है ? इसके बारे में हम आपको जानकारी देने वाले हैं |  तो चलिए आइए जान लेते हैं पहले फैटी लीवर क्यों होता है ?

फैटी लीवर की समस्या क्या होती है ? Fatty Liver ki Samasya in hindi:

  1. फैटी लीवर के दो प्रकार होते हैं,  एक अल्कोहलिक फैटी लीवर दूसरा नॉन अल्कोहलिक फैटी लीवर | अल्कोहलिक फैटी लीवर में ज्यादा शराब पीने के कारण लिवर डैमेज होने लगता है और वह अपना काम करने के लिए  समर्थ नहीं होता है | शराब के लगातार सेवन के वजह से वह सड़ने लगता है जिसे इंसान को जल्द से जल्द लिवर डैमेज या लिवर कैंसर की बीमारी हो जाती है |
  2. दूसरा नॉन अल्कोहलिक फैटी लीवर में लोगों को जल्दी पता नहीं लगता है कि उन्हें फैटी लीवर की समस्या है | जिन लोगों में मोटापा होता है, उन लोगों को यह बीमारी ज्यादातर होती है लीवर में अधिकतर फैट जमा हो जाने की वजह से  फैटी लीवर डिसीज होती है | इस बीमारी को नॉन अल्कोहलिक स्टैटो ऐपेटाइट बोलते हैं यानी कि न्याश और इसकी वजह से कैंसर होने की संभावना ज्यादा होती है | सीधी भाषा में और शॉर्ट में कहे तो फैटी लिवर डिसीज होना यानिकी हमारा लीवर खराब होने लगता है और उसके वजह से हमें पेट की बीमारियों का सामना करना पड़ता है |

तो आइए चलिए आगे की जानकारी में हम आपको बता देते हैं कि फैटी लीवर डिजीज के किस प्रकार के लक्षण इंसान के शरीर पर होते हैं ?

फैटी लीवर होने के लक्षण ? Fatty Liver Symptoms in Hindi:

दोस्तों फैटी लीवर होने के लक्षण ज्यादा करके किसी को समझ में नहीं आते हैं, क्योंकि आमतौर पर जल्दी सामने नहीं आते हैं | जिस वक्त लिवर पूरी तरह डैमेज हो जाती है उस वक्त अचानक ही यह समझता है कि उन लोगों को फैटी लिवर डिसीज की बीमारी काफी समय से हो रही थी | अब फैटी लीवर होने पर कई सारे प्रकार के लक्षण होते हैं जो हम आपको आगे की जानकारी बताने वाले हैं |

  • फैटी लीवर का लक्षण जल्द से जल्द पता नहीं चलता है |
  • पेट में सूजन होने लगती है |
  • जब आप शौच करने के लिए जाते हैं तो आपको शौच करने में परेशानी होती है और बहुत ही काले रंग की कड़क शौच आपको होती है |
  • शौच करते वक्त ब्लडिंग होती है यानी कि खून निकलता है |
  • अपच की बीमारी का सामना करना पड़ता है |
  • फैटी लिवर के लक्षण में आपको काफी थकावट महसूस होती है और बॉडी पेन होती है |
  • फैटी लीवर की बीमारी में भूख कम लगना यह महसूस होता है |

तो इत्यादि प्रकार के सामान्य लक्षण ही फैटी लीवर की बीमारी में दिखाई देते हैं, इसीलिए कोई भी इंसान इस को ज्यादा महत्व नहीं देता है |  लेकिन आगे चलकर यह बड़ी बीमारी का कारण बन जाता है |

फैटी लीवर होने के कारण क्या है ? Fatty Liver Reason in Hindi:

जैसे कि हमने आपको ऊपर बताया कि फैटी लीवर के दो प्रकार है अल्कोहलिक फैटी लीवर जो ज्यादा शराब पीने की वजह से होता है और दूसरा नॉन अल्कोहलिक फैटी लीवर, इसमें जिन लोगों को ओबीसीटी यानी वेट बढ़ना मोटापा यह बीमारी होती है उसके वजह से इन्हें फैटी लीवर की डिसीज हो सकती है |  या फिर जिन लोगों को डायबिटीज है वह लोग भी फैटी लीवर का शिकार हो सकते है | जिन लोगों का कोलेस्ट्रॉल और और ब्लड प्रेशर हमेशा ज्यादा रहता है उन लोगों को भी यह फैटी लीवर की बीमारी हो सकती है |

कई लोगों की किसी कारण गैस्ट्रिक सर्जरी की हुई होती है | उस कारण भी फैटी लीवर उन लोगों को हो सकता है और कई लोग अगर कई सारी बीमारियों की वजह से ही किसी प्रकार की मेडिसिन कई सालों से या दिनों से खाते आ रहे हैं तो उन मेडिसिन के कारण भी उन लोगों को फैटी लीवर की बीमारी होती है और जिन लोगों को किसी अन्य शारीरिक अंग का कैंसर हुआ होता है और वह लोग दवाइयों का सेवन कर रहे होते हैं तो उस वजह से फैटी लीवर हो सकता है |

फैटी लीवर में घरेलू उपचार : Home Remedies For Fatty Liver in Hindi:

दोस्तों फैटी लीवर का घरेलू उपचार एक ही है कि अपनी सेहत अच्छी रखें रेगुलर एक्सरसाइज करें और अपना डायट प्लान अच्छा रखें, जिसमें आपके पेट को किसी भी प्रकार से भोजन पचाने में ज्यादा मेहनत न करनी पड़े |

घरेलू उपचार में दूसरे तरीके से कहा जाए तो आपको आपका वजन कंट्रोल में रखना है | और आपको जो कोई भी अन्य प्रकार की बीमारी है उस बीमारियों को कंट्रोल में रखना होता है जैसे कि डायबिटीज, गैसेस, और अन्य कई प्रकार की हो सकती है |  अपना भोजन सही और अच्छा रखें | हो सके तो एक डाइट प्लान बना ले अपने डॉक्टर की मदद लेकर |

आपको अगर फैटी लीवर डिसीज है या नहीं इसके बारे में पता करना है, तो इसके लिए आप आप के डॉक्टर के जरिए आपकी शरीर का सिटी स्कैन करा सकते हैं | सिटी स्कैन रिपोर्ट में फैटी लीवर है या नहीं यह पता चल जाता है | और दूसरे तरीके में देखा जाए तो लिवर बायोप्सी की जाती है | यानी कि लीवर का एक छोटा सा टुकड़ा लेकर उसे लैबोरेट्रीज में टेस्ट करने के लिए भेजा जाता है | जिसमें पता चलता है कि उस व्यक्ति को फैटी लीवर की बीमारी है या नहीं या उसके लीवर में ज्यादातर फैट जमा हुआ है या नहीं |  तो यह दो प्रकार से आप फैटी लीवर बीमारी का पता कर सकते हैं |

फैटी लीवर में क्या खाएं और क्या नहीं ? Fatty liver me kya khaye kya nahi ?

सबसे पहले तो हम आपको यही बता देते हैं कि क्या खाना नहीं चाहिए या पीना नहीं चाहिए ?  दोस्तों शरीर को जो भी चीज पचाने में बहुत मेहनत करनी पड़ती है, वह चीज है खाना पीना बंद कर दें जैसे कि ज्यादा शराब का सेवन  और ज्यादा मांस मच्छी खाना यह तुरंत बंद कर दें, क्योंकि इस वजह से शरीर में बहुत तकलीफ होती है | और अगर आपको अत्यधिक भूख लगी है और आप जबरदस्ती में बहुत सारा खाना खाते हो तो ऐसा कभी ना करें |

खाने की चीजों में हेल्दी फूड ही रखें जैसे की हरी सब्जियां, फलों का सेवन, ड्राई फ्रूट्स इत्यादि वही चीजें खाएं जो  आपका शरीर आसानी से पचा ले | ज्यादा फैट वाली चीजें खाना बंद कर दे | रोजाना अपना एक डाइट प्लान बना ले और रोजाना एक्सरसाइज करें | यही सामान्य कारण है जिससे आप फैटी लीवर रोग से बच सकते हैं |

अगर आपके मन में किसी प्रकार की शंका है फैटी लिवर डिसीज को लेकर तो आप गैस्ट्रोलॉजिस्ट एक्सपोर्ट से सलाह ले सकते हैं, वह फैटी लीवर डिसीज में एक्सपोर्ट होते हैं, वह तुरंत आपको बता देंगे कि आपको फैटी लीवर डिसीज की बीमारी है या नहीं या हो सकती है या नहीं ?

फैटी लिवर मेडिसिन (पतंजलि दिव्य मधुनाशिनी वटी) : Fatty Liver Medicine:

पतंजलि दिव्य मधुनाशिनी वटी यह मधुमेह की वजह से होने वाली परेशानियों को दूर भगा देती है | अगर आपका किसी प्रकार से वजन कम हो रहा है या ज्यादा बढ़ रहा है तो पतंजलि दिव्य मधुनाशिनी वटी उस वजन को कंट्रोल करती है और आपके बाकी अन्य शारीरिक अंगों को एनर्जी प्रदान करती है जिससे वह बहुत ही मजबूत हो जाते हैं और आपको अगर किसी प्रकार की एलर्जी हो तो अच्छा रोग हो तो वह भी पतंजलि दिव्य मधुनाशिनी वटी खत्म कर देती है | आपका दिमाग इस दवाई से तेज होने लगता है और आपके शरीर की ऊर्जा यह बढ़ने लगती है और आप एक स्वास्थ्य पूर्ण और सेहतमंद जिंदगी का आनंद उठा उठा सकते हैं | और यह दवाई खाया हुआ खाना पचाने में मदद करती है जिससे लीवर को काफी राहत मिलती है और फैटी लीवर होने की संभावना कम हो जाती है |

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