धनिया के औषधीय गुण
नमस्कार दोस्तों आज हम धनिया के औषधीय गुण के बारेमे जानने वाले है जिसमे हम धनिया के औषधीय गुण के इस्तमाल से घर पर क्या क्या इलाज कर सकते है जानेंगे | धनिया हरा पत्तीदार व सुखे बीज दोनो ही रूपो में प्रयोग में लिया जाता है | धनिया , पोषक , पित्तनाशक, मुत्रल , कडवा , चरपरा , पाचक , ज्वरनाशक , त्रिदोष नाशक ,प्यास, जलन,वमन, दुबलापन और कृमी को नष्ट करने वाला होता है |
धनिया के घरेलू उपाय :
नेत्ररोग :
धनिया कुट कर पानी में उबालकर छान ले | ठंडा करके १-२ बूंद आंखो में डालने से आँखों कि जलन व पीडा दूर होती है |
उदरशूल :
पिसा धनिया व मिश्री समभाग मिलाकर १ चम्मच चूर्ण पानी के साथ लेने से अफारा और पेटदर्द ठीक होता है |
दस्त :
सुखा धनिया पीसकर छाछ् या पानी के साथ ८ ग्राम की मात्रा दिन में ३ बार सेवन करे | यदि दस्त में खुन आ रहा हो तो १५ ग्राम सुखा धनिया ठंडाई की तरह घोटकर मिश्री मिलाकर पिने से एक हि दिन मेंलाभ हो जाता है |
सुखी दस्त :
सुखा धनिया पीसकर २ ग्राम चूर्ण ३ ग्राम शहद में मिलाकर चाटने से सुंखी खांसी मेंलाभ होता है |
मुत्र की जलन :
३ ग्राम धनिया पानी में घोटकर छान ले |मिश्री तथा बकरी का दूध मिलाकर २-३ दिन सुबह-शाम पिने से मुत्र की जलन दूर होती है |
वमन :
१-१ घुट धनिया के पत्ते का रस थोडी दर में पिने से वमन बंद हो जाती है |
चक्कर आना :
सुखा धनिया व आंवला १०-१० ग्राम कुटकर रात को पानी मेंभिगो दे | सुबह पानी छानकर मिश्री मिलाकर पिने से चक्कर आना बंद हो जाता है|
गर्भावस्था की उलटी :
१ चम्मच धनीए को २ कप पानी मेंउबाले | पानी आधा रह जाने पार १ चम्मच मिश्री व आधा कप चावल को धोवन मिलाकर गर्भवती स्त्री को पिला देने से उल्टी बंद हो जाती है |
बवासीर :
सुखा धनिया व मिश्री समभाग लेकर पीस ले |इसका १० ग्राम चूर्ण एक कप पानी में उबालकर, छानकार ठंडा कर के पिने से बवासीर में लाभ होता है |
मंदागिनी :
सुखा धनिया व ५ ग्राम पीसी सोंठ २ कप पानी म,ए उबाले | पानी आधा रह जाने पर उतारकर छाने | सुबह-शाम आधा पानी २-३ दिन पिने से पाचन शक्ती ठीक हो जाती है |