उड़द दाल खाने के फायदे और नुकसान

नमस्ते दोस्तों, कैसे हो आप? आज का हमारा विषय है, उड़द दाल खाने के फायदे और नुकसान हमारा भारत देश कृषि संपन्न देश है। यहां पर अलग-अलग तरह की सब्जियां, फल, धन-धान्य, दालें इनकी खेती की जाती है। हर एक सब्जी, फल, दा, धान्य का अलग विशेष महत्व होता है; उसमें अलग-अलग तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं। हमारे भारतीय संस्कृति में अलग-अलग प्रकार के व्यंजन बनाए जाते हैं। हर प्रदेश के अनुसार व्यंजन की सूची बदलती रहती है। बहुत सारे व्यंजनों में इस्तेमाल किए जाने वाली उड़द की दाल बहुत ही पौष्टिक होती है। उड़द की दाल में प्रोटीन, विटामिंस, फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट्स, आयरन, कैल्शियम जैसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं।

उड़द दाल का इस्तेमाल ना कि भारत में, बल्कि विदेशों में भी किया जाता है। गर्भवती महिलाओं के लिए उड़द की दाल बहुत ही फायदेमंद साबित होती है। उड़द की दाल का ना सिर्फ खाद्य पदार्थों के रूप में, बल्कि आयुर्वेदिक औषधि बनाने में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है। उड़द की दाल खाने से बहुत सारे फायदे शरीर को मिलते हैं। इसी के साथ, इसका अधिक सेवन करने से कुछ लोगों को इसका नुकसान भी उठाना पड़ सकता है। तो दोस्तों, आज जानेंगे उड़द के दाल खाने के फायदे और नुकसान के बारे में।

उड़द दाल खाने के फायदे

उड़द की दाल में बहुत सारे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जिसकी वजह से हमारे शरीर को काफी पोषण मिलता है। तो चलिए दोस्तों, जानते हैं उड़द की दाल खाने के फायदे।

१) हड्डियां करे मजबूत-

उड़द दाल में पोटैशियम, मैग्निशियम, कैलशियम, आयरन जैसे खनिज मौजूद होते हैं। जिन लोगों को हड्डियों की समस्या है, उन लोगों को उड़द दाल का सेवन करना चाहिए। उड़द दाल में मौजूद खनिज हड्डियों को मजबूती प्रदान करते हैं। उम्र बढ़ने के साथ-साथ हड्डियां कमजोर होती जाती है और मांस पेशियों में भी दर्द, ऐंठन तथा सूजन होने लगती है। इसलिए, हड्डियों की समस्या होने वाले लोगों को रोज ही उड़द दाल का सेवन करना चाहिए। इसके लिए आप उड़द दाल के अलग-अलग व्यंजन बनाकर खा सकते हैं।

२) मधुमेह-

डायबिटीज की समस्या आजकल आम होती जा रही है। इसका कारण है अनियंत्रित खान-पान की पद्धति। डायबिटीज की समस्या को नियंत्रित करने के लिए आपका खान-पान उचित होना चाहिए; जो आपके पाचन तंत्र को मजबूती प्रदान कर सके। डायबिटीज के मरीजों के लिए उड़द दाल का सेवन काफी फायदेमंद साबित होता है। उड़द दाल में फाइबर की मात्रा अधिक होने के कारण आपके पाचन तंत्र को बढ़ावा मिलता है तथा ब्लड शुगर लेवल भी नियंत्रित रहती है। इसकी वजह से आपका डायबिटीज कंट्रोल रहने में मदद मिलती है।

३) बढ़ाए शारीरिक क्षमता-

माहवारी के दौरान महिलाओं को काफी कमजोरी महसूस होती है और गर्भवती महिलाओं को अधिक पोषक तत्वों की जरूरत होती हैं। इसी कारण, सामान्य महिला तथा गर्भवती महिलाओं को उड़द के दाल का सेवन रोजाना तौर पर करना चाहिए। काली उड़द की दाल खाने से शरीर में लोह की मात्रा बढ़ती है। आयरन हमारे शरीर में रेड ब्लड सेल्स का उत्पादन बढ़ता है और हमारे शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा उचित प्रमाण में रखने का काम करता है। इसीलिए, अपनी शारीरिक क्षमता को बढ़ाने के लिए रोजाना उड़द दाल का सेवन करना चाहिए।

४) हार्ट हैल्थ-

हमारे ह्रदय को मजबूती प्रदान करने वाले लगभग हर पोषक तत्व उड़द दाल में मौजूद होते हैं। पोटैशियम, मैग्निशियम, फाइबर, विटामिन यह सारे घटक हमारे हार्ट को हेल्थी रखने के लिए बहुत ही उपयोगी होते हैं। उड़द दाल का सेवन करने से हमारे शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा नियंत्रण में रहती है; जिससे हृदय संबंधित रोगों से हमें छुटकारा मिल सकता है। उड़द दाल में मौजूद पोटैशियम शरीर के ब्लड फ्लो को नियंत्रित करता है और नसों को मजबूती प्रदान करता है।

५) त्वचा के लिए उपयोगी-

उड़द की दाल में एंटी ऑक्सीडेंट, विटामिन अधिक मात्रा में पाए जाते हैं। उड़द की दाल का सेवन करने से हमारी त्वचा को पोषण मिलता है। त्वचा पर जमे दाग धब्बे, टैनिंग, झुरिया कम होने में मदद मिलती है। उड़द दाल का सेवन करने से हमारे शरीर में रक्त संचार सुचारू रूप से होता है और इस वजह से हमारी स्किन तरोताजा रहती है।

६) पाचन तंत्र की मजबूती-

उड़द दाल में मौजूद फाइबर पाचन तंत्र को मजबूती प्रदान करता है। फाइबर युक्त पदार्थ खाने से हमें पेट की समस्याएं नहीं होती है। पेट में गैस, पेट फूलना, एसिडिटी, कब्ज जैसी बीमारियों से दूर रहा जा सकता है। फाइबर भोजन में मौजूद पोषक तत्व को अवशोषित करने में भी उपयुक्त होता है। इसीलिए, उड़द दाल का रोजाना सेवन करने से आप पेट की समस्याओं से निजात पा सकते हैं।

७) बढ़ाए यौन क्षमता-

जिन लोगों को यौन संबंधित समस्याएं होती है, ऐसे लोगों के लिए उड़द की दाल वरदान साबित होती है। उड़द की दाल यौन संबंधी कामेच्छा बढ़ाने में काफी मददगार होती है। ५-६ घंटे तक उड़द की दाल भिगोकर रखें। उसके बाद उसे घी में फ्राई कर लें। नियमित रूप से ऐसे उड़द दाल का सेवन करने से आपकी यौन संबंधित समस्या काफी हद तक कम हो जाती हैं।

उड़द दाल के नुकसान

उड़द दाल का उचित मात्रा में सेवन करने से आपके शरीर को काफी लाभ मिलते हैं। लेकिन, अगर इसका सेवन अधिक मात्रा में किया जाए; तो इसका नुकसान भी उठाना पड़ता है। वैसे तो, उड़द दाल का सेवन शरीर को काफी नुकसानदायक नहीं होता है। किंतु, उड़द दाल का अधिक सेवन करने से शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ जाती है, जो आगे जाकर काफी नुकसानदायक साबित होती है।

गुर्दे में पत्थर से पीड़ित लोगों को उड़द दाल का सेवन बहुत ही कम मात्रा में करना चाहिए। इसी के साथ, गठिया से पीड़ित मरीजों को भी उड़द दाल का सेवन कम मात्रा में करना चाहिए। इसका अधिक मात्रा में सेवन करने से उनको काफी परेशानी हो सकती है। जो लोग गुर्दे की पथरी, पित्त की पथरी से पीड़ित होते हैं; ऐसे लोगों में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ने से कैल्सिफिकेशन बढ़ता है। ऐसे मरीजों को उड़द दाल का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से उचित सलाह ले लेनी चाहिए।

दोस्तों, आज के लिए बस इतना ही। उम्मीद है, आपको आज का उड़द दाल के फायदे और नुकसान,यह ब्लॉग अच्छा लगा हो। धन्यवाद।

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