नमस्ते दोस्तों, कैसे हो आप? बच्चे भगवान का रूप होते हैं। बच्चों की किलकिलहट से पूरा घर प्यार और खुशियों से भर जाता है। बच्चों पर थोडिसी भी आंच आए तो मां दुखी हो जाती है। छोटे बच्चों की रोग प्रतिकारक शक्ति बहुत ही कम होती है। इसीलिए वह बार-बार बीमार होते हैं, ऐसे में उनका अधिकतर खयाल रखना चाहिए। छोटे बच्चों में उल्टी होना एक आम बात है। आज हम आपको बच्चों की उल्टी रोकने के घरेलू उपाय बताने वाले है। ट्रैवल सिकनेस तथा फूड पॉइजनिंग की वजह से यह हो सकता है।
अगर आपके बच्चे में बार बार उल्टी की तकलीफ हो रही हो, तो आप कुछ घरेलू नुस्खे भी आजमा सकती हैं। जैसे कि हम जानते हैं छोटे बच्चों की इम्युनिटी बहुत ही कम होती है। इसीलिए वह बहुत हाई पावर वाली दवाई पचा नहीं पाते हैं और उनमें साइड इफेक्ट्स दिखने लगते हैं। ऐसे में बेहतर है, कि आप पहले घरेलू इलाज आजमा कर देखें और अगर फर्क ना हो तो आपने डॉक्टर की सलाह ले। आइए दोस्तों, आज जानते हैं छोटे बच्चों में उल्टी होने से रोकने के उपाय।
बच्चों में उल्टी होने के कारण
छोटे बच्चे अक्सर दूध पीने के बाद में उल्टी कर देते हैं। यह एक अच्छा संकेत माना जाता है। यह एक स्वस्थ बच्चे की निशानी मानी जाती है। किंतु, बार-बार अगर आपका बच्चा उल्टी कर रहा हो और ज्यादा मात्रा में उल्टी हो रही हो तो वहां ध्यान देने की जरूरत होती है। आइए जानते हैं बच्चों में उल्टी होने के कुछ कारण।
- ट्रैवल सिकनेस- सफर या यात्रा के दौरान छोटे बच्चों में उल्टी होना, यह काफी आम बात है। अगर आप अपने नवजात शिशु या छोटे बच्चे के साथ में सफर कर रहे हैं, तो उसे उल्टी हो सकती हैं। यह काफी आम बात है और इसमें घबराने की कोई जरूरत नहीं है।
- भोजन के साथ मेलजोल- आमतौर पर छोटे बच्चे जब तक 6 या 7 महीने होते हैं, तब तक उन्हें मां का दूध ही पिलाते हैं। 6 से 7 महीने के बाद में उन्हें धीरे-धीरे अन्नप्राशन कराते हैं। इसलिए, जब बच्चे खाना खाने की शुरुआत करते हैं, तब उन्हें खाने के साथ में मेलजोल बनाने में थोड़ा वक्त लगता है। कभी कभी खाना खाने के बाद में उनको उल्टी होती है, तो वह एक आम बात है। यह कंडीशन कुछ महीनों तक ही सीमित होती है। एक बार आपका बच्चा खाना खाने को अडॉप्ट हो जाए, तो वह उल्टी करना बंद कर देता है।
- फूड एलर्जी या पॉयजनिंग- बच्चे जब खाना खाना शुरू करते हैं, तो उनको कुछ विशिष्ट पदार्थों की एलर्जी भी हो सकती है और उसी के वजह से भी वह उल्टी कर सकते हैं। परंतु, हमें यह बात समझने में देर लगती है। क्योंकि बच्चा बोल नहीं पाता और सिर्फ उल्टी कर देता है। तो यह हमें समझना चाहिए, कि बच्चा किस चीज का सेवन करने के बाद में उल्टी कर रहा है।इसी के साथ बच्चों की इम्युनिटी कमजोर होने की वजह से कई बार बच्चों को फूड पॉइजनिंग हो जाती है। खाने में थोड़ी भी गड़बड़ी हुई, तो उनको फूड पॉइजनिंग हो सकती है और उसी की वजह से वह उल्टी कर देते हैं। अगर ज्यादा बार उल्टी हो रही हो, तो यहां ध्यान देने की जरूरत होती है।
- ज्यादा देर तक रोना- दोस्तों, जैसे कि हम जानते हैं कि बच्चे छोटे होते हैं और हर चीज के लिए उनको जिद्द करनी होती है। अगर उनको मनचाही चीज ना मिले, तो वह रोना शुरू कर देते हैं और काफी देर तक रोने लगते हैं। जिसकी वजह से वह खांसते भी है और खांसते खांसते ही उनको उल्टी हो जाती हैं। तो यह काफी आम बात है, इसमें घबराने की कोई भी जरूरत नहीं है।
- संक्रमण- बच्चे बड़े ही नटखट होते हैं। वह कोई भी चीज देखे उनको बस मुंह में डालनी होती है। उसकी वजह से कभी कभी उनको वायरल या बैक्टेरियल इंफेक्शन हो सकता है। वायरल या बैक्टेरियल इंफेक्शन होने के बाद में उनके पेट में गड़बड़ी हो सकती हैं। कभी कभी दूषित खाने या दूषित पानी पीने के बाद भी उनके पेट में संक्रमण हो सकता है। जिसकी वजह से उनको उल्टी आती है। ऐसे में आप अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
बच्चों में उल्टी रोकने के उपाय
दोस्तों, बच्चों में जब उल्टी की तकलीफ होती हैं; तो बच्चे चिड़चिड़ा जाते है, सहमे सहमे रहते है, पेट में दर्द होता है तथा डिहाइड्रेशन की वजह से उनको कमज़ोरी महसूस होती हैं। इसीलिए उनको तुरंत इलाज की जरूरत होती है। ऐसे कुछ घरेलू नुस्खे हैं जिनका उपयोग करने पर बच्चों को राहत मिल सकती है।
- जीरा- जीरा पुराने जमाने से पेट की समस्याओं के लिए उपयुक्त साबित हुआ है। लगभग एक से डेढ़ चम्मच जीरा भूनकर उसे पीस लें और पानी में मिलाकर उसे बच्चे को पिलाएं। दिन ३-४ बार इसका प्रयोग करें। इससे आपके बच्चे के पेट दर्द में राहत मिलेगी और उल्टी थमने के लिए मदद मिलेगी। जीरा हमारे पाचन तंत्र को मजबूती प्रदान करता है। जिसकी वजह से अपच तथा उल्टी जैसी समस्याओं से राहत मिलेगी।
- तरल पदार्थ का सेवन- अपने बच्चे को आप तरल पदार्थों का ज्यादा मात्रा में सेवन कराएं। बच्चों में उल्टी होने की वजह से उनको डिहाइड्रेशन होता है। जिसके कारण उनको अधिक कमजोरी महसूस होती है। ऐसे में आप फलों के जूस, ओ आर एस का घोल, सब्जियों का सूप ऐसे तरल पदार्थ खिलाए ताकि उनको एनर्जी आएगी। उल्टी बंद होने के एक दो दिन तक आप यह जारी रखें। उनको कोई भी ठोस अन्न ना खिलाए, क्योंकि उनकी पाचन शक्ति कमजोर होती है और उनको वापिस उल्टी की तकलीफ हो सकती हैं।
- दालचीनी- दालचीनी के टुकड़े को पानी में उबाल लें और ठंडा होने के बाद बच्चे को विशिष्ट अंतराल के बाद पिलाते रहें। स्वाद के लिए आप उसमे शहद मिला सकते हैं। दालचीनी उल्टी, उबकाइयो से राहत दिलाती है। इसी के साथ दालचीनी पेट में ठंडक पहुंचाती है।
- पुदीना- पुदीना हमारी पेट कि समस्या में काफी उपयुक्त होता है। पुदीने के कुछ पत्तो को पीस लें और उसका एक चम्मच रस निकाल ले। उसमें समान मात्रा में नींबू का रस और शहद मिलाकर बच्चे को खिलाएं। आप पुदीने के पत्ते चबाकर खाने के लिए भी से सकते हैं। इससे उल्टी में तुरंत आराम मिलेगा।
- अदरक- अदरक को कद्दूकस करके उसका रस निकाल लें। उसमें शहद मिलाकर बच्चे को खिलाएं। इसका प्रयोग आप दिन में २-३ बार कर सकते हैं। इससे जी मचलना तथा उल्टी होना बंद हो जाएगा। पाचन तंत्र में भी सुधार आएगा।
- चावल का पानी- चावल के पानी का इस्तेमाल आप उल्टी में आराम मिलने के लिए कर सकते हैं। एक कप सफेद चावल लेकर उन्हें अच्छे से धो लें और दो कप पानी और स्वाद के अनुसार नमक के साथ उबलने के लिए रख दें। लगभग एक कप पानी बच जाए तो उसे ठंडा होने के लिए छोड़ दे। इस पानी को छानकर बच्चे को पिलाएं। इससे उसके पेट में आराम मिलेगा।

दोस्तों, इस तरह से आप अपने बच्चो की उल्टी की तकलीफ को दूर कर सकते हैं। बस आपको ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। उम्मीद है आपको आज का यह ब्लॉग “बच्चों की उल्टी रोकने के घरेलू उपाय” अच्छा लगा हो। धन्यवाद।