आंवला (amla/aanvla) मतलब इंग्लिश में Indian gooseberry और मराठी में आंवळा नाम से जाना जाता है आंवला के फायदे कई सारे है.
आज हम आंवला के फायदे आंवला खाने के फायदे के साथ आंवला के नुकसान आंवला जूस के फायदे आंवला का मुरब्बा आंवला के औषधीय गुण जानेंगे.
इसके साथ ही आंवला स्वरस पतंजलि आंवला चूर्ण के फायदे आंवला रीठा शिकाकाई आंवला तेल के फायदे
आंवला के फायदे Benefits of Indian Gooseberry in Hindi
आंवला प्रकुति का एक अदभुत वरदान है | भारतीय चिकित्सा पध्दति में आवंला एक अति गुणकारी फल माना गया है |आवंला में सारे रोगों को दूर करने की शक्ति है | दोस्तों आंवला में विटामिन सी सार्वाधिक मात्रा में पाया जाता है |मनुष्य को प्रतिदिन ५० मी.ग्रा . विटामिन ‘सी ‘ की आवश्यकता होती है | आंवला हरा ताजा हो या सुखा या पुराना-इसके गुण नष्ट नही होते |
आयुर्वेदु के अनुसार आंवला त्रिदोषनाशक होता है यानी यह वात , पित्त और कफ को नष्ट करता है | आवंला मास्तिष्क , ह्रदय की बैचनी, धडकन, तिल्ली, रक्तचाप, दाद, नेत्र, त्वचा, रक्तशोधक, भूक बढ़ाने वाला धातुवर्द्धक, शरीर की गर्मी दूर करने वाला स्मरणशक्ति और आयु बढाने वाला है |यह दातो और मसोड़ो की तकलीफे दूर करता है |
आंवला के औषधीय गुण : Anvala ke Gun :
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मधुमेह में रामबाण :
सुखा आवंला व जामुन की गुठली का समभाग चूर्ण बनाकर प्रतिदिन सुबह खाली पेट | चम्मच चूर्ण गाय के दूध या पानी के साथ लेने से मधुमेह में लाभ मिलेगा |
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दस्त से छुटकरा :
सूखे आवंलो को पानी में भिगोकर पीस ले तथा थोडा -सा-नमक मिलाकर उसकी ओली गोली बना ले |
१-१ गोली सुबह-शाम खाने से दस्त आना बंद हो जाता है | -
नकसीर का इलाज :
आवंले का पानी पिलाने या आवंले को पानी में पीसकर मस्तक , तालू तथा नाक पर लेप करने से नाक से खून बहना तरुंत रुक जाता है |
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स्मरणशक्ति बढाने के लिए :
आवंला के बारीक़ टुकड़े करके एक कांच के बर्तन में शहद के साथ मिलाकर एक सप्ताह तक धुप में रखे |
इसे प्रतिदिन सुबह तीन चम्मच खाने से स्मरणशक्ति बढती है | -
वीर्य विकार का इलाज :
तीन चम्मच ताजा आवंला का रस , तीन चम्मच शहद , एक कप गुनगुना पानी मिलाकर नित्य पीने से सभी प्रकार के वीर्य विकार दूर होकर शुक्रानुओ की वृद्धि होती है |
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बालों की समस्या :
सुखा आवंला रात को भिगोकर सुबह इस पानी से सिर धोने से बालो की जड़े मजबूत होती है |
सुखा आवंला और मेहँदी मिलाकर लागने से बाल काले हो जाते है | -
रक्तस्राव रोकने के लिए :
कटे हुए स्थान पर आवंला का रस लगाने से रक्त का बहाना रुक जाता है |
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शक्ति बढाने में फायदे मंद :
२ चम्मच आवंले का रस , आधा कप शहद मिलाकर सेवन करे | साथ में दूध भी पिए |
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बिस्तर में मूत्र :
अगर आपको रात को सोते समय बिस्तर पर ही पेशाब करने की बीमारी है तो आपको २ चम्मच आवंला का और काला जीरा पीसकर पांच चम्मच मिश्री मिला दे | आधा चम्मच चूर्ण दिन में 3 बार खिलाए |
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मधुमेह :
आवंले के रस में नमक मिलाकार पीने से मधुमेह कुछ महीने में मधुमेह ठीक हो जाएगा |
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चक्कर आना :
गर्मियों में चक्कर आने पर आंवले का रस या फिर आंवले का शरबत पीने से लाभ होता है |
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मूत्र में जलन :
आवंला का रस ६० ग्राम , शहद ३० ग्राम मिलाकर दिन में 3 बार पीने से मूत्र खुलकर आता है व जलन दूर होता है |
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बालो का झड़ना :
आवंले का चूर्ण पानी में मिलाकर पीसी तुलसी की पत्तिया मिला दे , इसे बालो की जड में मिलाकर दस मिनिट बाद बाल धो ले | इससे बाल झड़ना बंद हो जाता है और काले हो जाएगे |
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योनि में जलन :
आवंले के रस में मिश्री मिलाकर पीने से योनी में जलन से बचने के लिए लाभ होता है |
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स्वप्नदोष :
२० ग्राम सुखा आवंला आधा कप पानी में १२ घंटे तक भिगाए | इसे छानकर १ ग्राम हल्दी मिलाकर पीने से स्वप्नदोष दूर होता है |
आंवले का मुरब्बा दोनों समय भोजन के साथ खाए |