अजवायन के फायदे हिंदी में

यह जिगर, आमाशय तथा आंतों की बहुत सी बीमारियों में लाभ पहुंचाता है। छोटे बच्चों के लिए तो इसे अक्सर इस्तेमाल किया जाता है। यह भोजन को पचाती है तथा अफारा दूर करती है। यह पेट दर्द, गैस आदि मे विशेष लाभकारी है।
आज हम जानेंगे आपको इस अजवायन के देर सरे अजवायन के फायदे |
अजवायन के उपचारार्थ प्रयोग:
- मलेरिया:
100 ग्राम अजवायन, 15 ग्राम आक का दूध, 100 ग्राम शोरा, 2 ग्राम सज्जीखार लेकर इन का चूर्ण बना लें। जब मलेरिया हो तो बड़े को पांच रत्ती व बच्चे को 2 रात्ती की मात्रा में देने से लाभ होता है। - काली खांसी:
10 ग्राम अजवायन, 3 ग्राम नमक पीसकर, 40 ग्राम शहद में मिलाएं। दिन में तीन चार बार थोड़ा थोड़ा चाटने से खांसी लाभ होता है। - पेट दर्द व गैस:
अजवायन को नींबू के रस में भिगोकर सुखा लें। बारीक पीसकर काला नमक, हींग मिलाकर एक चम्मच चूर्ण गुनगुने पानी से लेने पर शीघ्र आराम मिलता है। - कान का दर्द:
अजवायन को तिल के तेल में पकाकर छान लें। कान में दो-तीन बूंद तेल गुनगुना कर डालें। यदि कान में फुंसी हो तो वह भी पक्कर फूट जाती है। - पुराना बुखार:
सुबह 15 ग्राम अजवायन 4 कप पानी में मिट्टी के बर्तन में भिगो दे। दिन में छाया में तथा रात्रि में ओस में रखें तथा अगले दिन छानकर पी जाये। 10-12 दिन तक सेवन करने से पुराना बुखार चला जाता है। - चर्म रोग:
अजवायन को पीसकर दाद, खाज, खुजली आदि चर्मरोगों पर लगाने से लाभ होता है। - पथरी:
अजवायन को मूली के रस में मिलाकर खाने से पथरी गलकर बाहर निकल जाती है। - पेट के कीड़े:
5 ग्राम अजवायन का चूर्ण छाछ के साथ लेने से पेट के कृमि नष्ट हो जाते हैं। सवेरे गुड़ खाकर रात के पानी से अजवायन की फकी लेने से पेट के कीड़े निकल जाते है। - दांत का दर्द:
अजवायन का तेल रूई में लगाकर दांत के नीचे रखकर लार टपकाने से दांत के दर्द में लाभ होता है।